अब केवल राम नाम के सहारे हैं रमन सिंह

Written by Mahendra Narayan Singh Yadav | Published on: November 17, 2018
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों के पहले चरण में पिछड़ती दिख रही भारतीय जनता पार्टी अब केवल राम नाम के सहारे बाजी जीतने की कोशिश में है।

Raman SIngh

पार्टी के नेता और मंत्री अब खुलकर राम के नाम पर वोट मांगने लगे हैं। भाजपा को अब आदर्श आचार संहिता की भी परवाह नहीं रह गई है।

अलग अलग समुदायों के मतदाताओं को लुभाने के लिए उन समुदायों के नेताओं को दूसरे राज्यों से बुलाया जा रहा है लेकिन ये नेता भी केवल धार्मिक भावनाओं को भड़काने में ही लगे हैं।

बिहारी और पूर्वांचल  के मतदाताओं को लुभाने के लिए मनोज तिवारी दम लगा चुके हैं तो नाथ संप्रदाय के मतदाताओं के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को बुलाया गया है।

योगी अपने को राम मंदिर के सबसे बड़े पक्षधर के रूप में पेश कर रहे हैं। उनके भाषण पूरी तरह से धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले हो रहे हैं।

बलौदा बाजार के कसडोल में योगी आदित्यनाथ ने छत्तीसगढ़ को माता कौशल्या का मायका और प्रभु श्रीराम का ननिहाल बता डाला। अपने भाषण में योगी ने डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में रामराज्य की स्थापना करने के लिए भाजपा के प्रत्याशी को वोट देने की अपील की।

जिस तरह से योगी आदित्यनाथ ने पहले छत्तीसगढ़ का संबंध राम से जोड़ा और फिर राम राज्य की स्थापना के लिए भाजपा को वोट देने की अपील की, वह पूरी तरह से धर्म के नाम पर वोट देने की अपील है।

वास्तव में निर्वाचन आयोग को इस आधार पर कार्रवाई करनी चाहिए और भाजपा को धर्म के नाम पर वोट मांगने से रोकना चाहिए। भाजपा के पक्ष में उदारता बरतने के आरोप झेल रहे निर्वाचन आयोग के सामने यह मौका है जिसके जरिए वह अपनी विश्वसनीयता कुछ हद तक बना सकता है।

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