छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री रमन सिंह की वादा खिलाफी से नाराज छत्तीसगढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ ने 30 सितंबर को राजनांदगांव में कर्मचारियों को एकजुट करके वादा निभाओ रैली करने का निर्णय किया है।
पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ मुंगेली के अनियमित कर्मचारियों ने विकास यात्रा लेकर लोरमी पहुंचे मुख्यमंत्री रमन सिंह को 94 पेज का ज्ञापन सौंपा है, और 30 सितंबर को वादा निभाओ रैली करने का ऐलान किया है। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी चार सूत्रीय मांगों को नहीं माना गया है इसलिए वे 30 सितंबर को राजनांदगांव में अनियमित अधिकारियों-कर्मचारियों की वादा निभाओ रैली करने जा रहे हैं। कर्मचारियों ने यह भी कहा है कि इस रैली में अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने परिवारों को लेकर शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ, मुंगेली के जिलाध्यक्ष श्रीकांत लास्कर और उपाध्यक्ष ताकेश्वर साहू का दावा है कि कि राजनांदगांव में अब सवा लाख नहीं अपितु नौ लाख की संख्या में महासभा कर प्रदर्शन किया जाएगा।
पिछले दिनों नियमितीकरण सहित 4 सूत्रीय मांगों को लेकर 23 दिवसीय अनिश्चितकालीन हड़ताल कर्मचारी महासंघ ने की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने हमारी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।
इसमें पूर्व सांसद एवं महापौर राजनांदगांव मधुसूदन यादव ने मध्यस्थता कराई थी। सामान्य प्रशासन विभाग ने हड़ताल अवधि को शून्य घोषित करने के लिए 29 अगस्त को उप सचिव के साथ पत्राचार भी किया गया लेकिन आज भी राज्य के कई जिलों में उस पर अमल नहीं किया जा रहा है।
हड़ताल के दौरान सेवा से पृथक करने और वेतन का भुगतान लंबित होने के साथ-साथ 4 सूत्रीय मांगों पर मुख्यमंत्री रमन सिंह के कोई फैसला न लेने के कारण कर्मचारियों में नाराजगी है। संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, प्लेसमेंट जैसे कई अनियमित अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं जो विगत 23 वर्षो से अधिक अपने सेवाएं दे रहे हैं और जिनकी उम्र 40 साल भी पार कर गई है।
पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ मुंगेली के अनियमित कर्मचारियों ने विकास यात्रा लेकर लोरमी पहुंचे मुख्यमंत्री रमन सिंह को 94 पेज का ज्ञापन सौंपा है, और 30 सितंबर को वादा निभाओ रैली करने का ऐलान किया है। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी चार सूत्रीय मांगों को नहीं माना गया है इसलिए वे 30 सितंबर को राजनांदगांव में अनियमित अधिकारियों-कर्मचारियों की वादा निभाओ रैली करने जा रहे हैं। कर्मचारियों ने यह भी कहा है कि इस रैली में अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने परिवारों को लेकर शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ, मुंगेली के जिलाध्यक्ष श्रीकांत लास्कर और उपाध्यक्ष ताकेश्वर साहू का दावा है कि कि राजनांदगांव में अब सवा लाख नहीं अपितु नौ लाख की संख्या में महासभा कर प्रदर्शन किया जाएगा।
पिछले दिनों नियमितीकरण सहित 4 सूत्रीय मांगों को लेकर 23 दिवसीय अनिश्चितकालीन हड़ताल कर्मचारी महासंघ ने की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने हमारी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।
इसमें पूर्व सांसद एवं महापौर राजनांदगांव मधुसूदन यादव ने मध्यस्थता कराई थी। सामान्य प्रशासन विभाग ने हड़ताल अवधि को शून्य घोषित करने के लिए 29 अगस्त को उप सचिव के साथ पत्राचार भी किया गया लेकिन आज भी राज्य के कई जिलों में उस पर अमल नहीं किया जा रहा है।
हड़ताल के दौरान सेवा से पृथक करने और वेतन का भुगतान लंबित होने के साथ-साथ 4 सूत्रीय मांगों पर मुख्यमंत्री रमन सिंह के कोई फैसला न लेने के कारण कर्मचारियों में नाराजगी है। संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, प्लेसमेंट जैसे कई अनियमित अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं जो विगत 23 वर्षो से अधिक अपने सेवाएं दे रहे हैं और जिनकी उम्र 40 साल भी पार कर गई है।