मध्यप्रदेश के चर्चित व्यापम घोटाले की सुनवाई में एक नई दिक्कत सामने आ रही है। इसमें जांच अधिकारी ही अब गवाही के लिए अदालत में उपस्थित नहीं हो रहे हैं।
हालात ये हो गए हैं कि ग्वालियर की विशेष सत्र न्यायालय ने व्यापम के जांच अधिकारी एसआई समीर पाटीदार के अदालत में उपस्थित न होने पर उनके जमानती मुचलके की राशि वेतन से काटने के आदेश दिए हैं। धार एसपी के जरिए एसआई पाटीदार को नोटिस भेजा गया है, लेकिन वो अदालत में उपस्थित नहीं हो रहे हैं।
जांच अधिकारी के अदालत में उपस्थित न होने के कारण सुनवाई बार-बार आगे बढ़ रही है। व्यापम कांड में फर्जी तरीके से प्री पीजी परीक्षा पास करने के मामले की जांच एसआईटी ने की थी जिसका जिम्मा एसआई समीर पाटीदार को सौंपी गई थी। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केस सीबीआई को सौंपा गया और सीबीआई ने जांच कर चालान कोर्ट में पेश कर दिया है जिसकी सुनवाई विशेष सत्र न्यायालय में चल रही है।
नईदुनिया ने खबर प्रकाशित की है कि एसआई समीर पाटीदार के कई बार अनुपस्थित रहने पर पिछली सुनवाई में उनके लिए जमानती वारंट जारी किया गया था, लेकिन वो फिर भी अदालत नहीं पहुंचे। इस कारण अदालत ने धार एसपी के माध्यम से पाटीदार को नोटिस भेजा है और नोटिस में मुचलके की राशि वेतन काटने का आदेश दिया है।
व्यापम के मामले से जुड़े 60 से ज्यादा लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है जिस पर काफी बवाल भी मचा लेकिन हुआ कुछ नहीं।
पूर्व में कुछ गवाहों को भी धमकाने के मामले सामने आते रहे हैं। पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने भी जान को खतरा बताकर गवाही देने से इन्कार कर दिया था और कहा था कि पुलिस उसे प्रताड़ित कर रही है। आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने ही एसआईटी के प्रभारी को पत्र भेजकर इस फर्जीवाड़े की शिकायत की थी।
हालात ये हो गए हैं कि ग्वालियर की विशेष सत्र न्यायालय ने व्यापम के जांच अधिकारी एसआई समीर पाटीदार के अदालत में उपस्थित न होने पर उनके जमानती मुचलके की राशि वेतन से काटने के आदेश दिए हैं। धार एसपी के जरिए एसआई पाटीदार को नोटिस भेजा गया है, लेकिन वो अदालत में उपस्थित नहीं हो रहे हैं।
जांच अधिकारी के अदालत में उपस्थित न होने के कारण सुनवाई बार-बार आगे बढ़ रही है। व्यापम कांड में फर्जी तरीके से प्री पीजी परीक्षा पास करने के मामले की जांच एसआईटी ने की थी जिसका जिम्मा एसआई समीर पाटीदार को सौंपी गई थी। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केस सीबीआई को सौंपा गया और सीबीआई ने जांच कर चालान कोर्ट में पेश कर दिया है जिसकी सुनवाई विशेष सत्र न्यायालय में चल रही है।
नईदुनिया ने खबर प्रकाशित की है कि एसआई समीर पाटीदार के कई बार अनुपस्थित रहने पर पिछली सुनवाई में उनके लिए जमानती वारंट जारी किया गया था, लेकिन वो फिर भी अदालत नहीं पहुंचे। इस कारण अदालत ने धार एसपी के माध्यम से पाटीदार को नोटिस भेजा है और नोटिस में मुचलके की राशि वेतन काटने का आदेश दिया है।
व्यापम के मामले से जुड़े 60 से ज्यादा लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है जिस पर काफी बवाल भी मचा लेकिन हुआ कुछ नहीं।
पूर्व में कुछ गवाहों को भी धमकाने के मामले सामने आते रहे हैं। पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने भी जान को खतरा बताकर गवाही देने से इन्कार कर दिया था और कहा था कि पुलिस उसे प्रताड़ित कर रही है। आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने ही एसआईटी के प्रभारी को पत्र भेजकर इस फर्जीवाड़े की शिकायत की थी।