रांची. मोदी सरकार में मॉब लिंचिंग (भीड़ के झुंड द्वारा हत्या) की घटनाएं रुकने के बजाय तेजी से बढ़ रही हैं. इस दौरान खासतौर पर मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है. झारखंड के रामगढ़ में एक मुस्लिम व्यक्ति की मौत पर सवाल उठ रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि बीफ खाने के शक में लोगों ने उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यह घटना करमा गांव की है. यहां के रहने वाले तौहीद अंसारी के परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि तौहीद अंसारी मोटरसाइकल की डिकी में मीट रखकर जा रहा था. एक ऐक्सिडेंट में मीट डिकी के बाहर गिर गया. किसी ने मीट के बीफ होने की अफवाह उड़ा दी. कुछ घंटों बाद तौहीद की लाश ऐक्सिडेंट स्थल से कुछ मीटरों की दूरी पर पड़ी मिली.
रजरप्पा थाना इंचार्ज सचिदा प्रसाद सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह नौ बजे के करीब एक ऐक्सिडेंट हुआ. तीन घंटे बाद उन्हें एक लाश मिलने की सूचना मिली. वह मौके पर पहुंचे और शव की पहचान तौहीद के रूप में हुई. इधर सोशल मीडिया में वायरल हुई उनकी तस्वीर देखकर परिजन मौके पर पहुंच गए.
तौहीद के पिता खालिद की तरफ से रजरप्पा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. उन्होंने एफआईआर में कहा कि उनके बेटे को शरारती तत्वों ने पीटा है. उनका यह भी आरोप है कि तौहीद के शव को तेजाब से जलाया गया है. तौहीद चेहरे के लकवे से प्रभावित थे. वह किसी तरह नौकरी करके अपनी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटे का पालन-पोषण कर रहे थे.
हालांकि, पुलिस की दलील है कि अब तक की जांच में पता चला है कि दो अलग-अलग घटनाएं हुई हैं. दोनों का आपस में कोई संबंध नहीं है. हालांकि, एफआईआर में खालिद ने तौहीद की बाइक का जो नंबर दिया है वही बाइक घटनास्थल से बरामद हुई है. जो बाइक घटना स्थल से मिली है वह किसी मोहम्मद हामिद के नाम पर पंजीकृत है. तौहीद के परिजनों का कहना है कि बाइक के मालिकाना हक का अग्रीमेंट तौहीद के नाम पर था.
तौहीद की क्या भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या की? इस सवाल पर रामगढ़ के एसआई राधा प्रेम किशोर ने कहा कि गुरुवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आनी है उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है. जिस गाड़ी से तौहीद की बाइक का ऐक्सिडेंट हुआ, उसकी तलाश की जा रही है.
पुलिस ने मीट जब्त करने से इनकार नहीं किया है. उनका कहना है कि फरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही तय होगा कि मौके पर मिला मीट था या बीफ.
एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि एक पिकअप वैन ने बाइक सवार को रौंद दिया. उस बाइक में 15 से 20 बैग मीट डिक्की से गिर पड़ा. तौहीद को इसमें कई चोट नहीं आई थी. वह मीट के बैग उठाने के लिए दौड़ा था. इसके आगे उन्होंने कुछ नहीं देखा. हालांकि, उन्होंने बताया कि थोड़ी देर बाद उन्हें पता चला कि एक आदमी की हत्या हो गई है. शायद लोगों ने बीफ की अफवाह के बाद उनकी हत्या कर दी होगी.
रजरप्पा थाना इंचार्ज सचिदा प्रसाद सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह नौ बजे के करीब एक ऐक्सिडेंट हुआ. तीन घंटे बाद उन्हें एक लाश मिलने की सूचना मिली. वह मौके पर पहुंचे और शव की पहचान तौहीद के रूप में हुई. इधर सोशल मीडिया में वायरल हुई उनकी तस्वीर देखकर परिजन मौके पर पहुंच गए.
तौहीद के पिता खालिद की तरफ से रजरप्पा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. उन्होंने एफआईआर में कहा कि उनके बेटे को शरारती तत्वों ने पीटा है. उनका यह भी आरोप है कि तौहीद के शव को तेजाब से जलाया गया है. तौहीद चेहरे के लकवे से प्रभावित थे. वह किसी तरह नौकरी करके अपनी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटे का पालन-पोषण कर रहे थे.
हालांकि, पुलिस की दलील है कि अब तक की जांच में पता चला है कि दो अलग-अलग घटनाएं हुई हैं. दोनों का आपस में कोई संबंध नहीं है. हालांकि, एफआईआर में खालिद ने तौहीद की बाइक का जो नंबर दिया है वही बाइक घटनास्थल से बरामद हुई है. जो बाइक घटना स्थल से मिली है वह किसी मोहम्मद हामिद के नाम पर पंजीकृत है. तौहीद के परिजनों का कहना है कि बाइक के मालिकाना हक का अग्रीमेंट तौहीद के नाम पर था.
तौहीद की क्या भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या की? इस सवाल पर रामगढ़ के एसआई राधा प्रेम किशोर ने कहा कि गुरुवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आनी है उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है. जिस गाड़ी से तौहीद की बाइक का ऐक्सिडेंट हुआ, उसकी तलाश की जा रही है.
पुलिस ने मीट जब्त करने से इनकार नहीं किया है. उनका कहना है कि फरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही तय होगा कि मौके पर मिला मीट था या बीफ.
एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि एक पिकअप वैन ने बाइक सवार को रौंद दिया. उस बाइक में 15 से 20 बैग मीट डिक्की से गिर पड़ा. तौहीद को इसमें कई चोट नहीं आई थी. वह मीट के बैग उठाने के लिए दौड़ा था. इसके आगे उन्होंने कुछ नहीं देखा. हालांकि, उन्होंने बताया कि थोड़ी देर बाद उन्हें पता चला कि एक आदमी की हत्या हो गई है. शायद लोगों ने बीफ की अफवाह के बाद उनकी हत्या कर दी होगी.