नई दिल्ली : 31 प्रतिशत वोट पाने वालों को सत्ता से बेदख़ल करने के लिए अब 70 प्रतिशत लोगों को इकट्ठा होना पड़ेगा, तभी संविधान की रक्षा हो सकती है.
ये बातें आज दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में आॅल इंडिया मिल्ली काउंसिल द्वारा तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में ‘‘संविधान बचाओ-देश बनाओ’’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कनवेंशन के दौरान जनता दल यूनाईटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद शरद यादव ने कही.
आगे उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर और आज़ादी की लड़ाई लड़़ने वालों ने इस संविधान का निर्माण किया. भारतीय संविधान की अहमियत के बारे में उन्होंने कहा कि वोट देने की ताक़त इसके इंजन की तरह है. यह ज़िंदा इन्सानों की धर्मपुस्तक है, जो लोगों को रोज़ी मुहैय्या कराती है. यह ऐसी किताब है, जो इन्सानों की ख़िदमत के लिए बनाई गई है.
उन्होंने चेतावनी दी कि संविधान पर हाथ डालने वालों का धुंआ उड़ा दिया जाएगा. हालांकि उन्होंने अपने संबोधन में बिहार के वर्तमान राजनीति पर बोलने से परहेज़ किया लेकिन बावजूद इसके उन्होंने जता दिया कि वो नीतीश के फ़ैसले खुश नहीं हैं और जल्द ही अपना फ़ैसला पूरे भारत को सुनाएंगे.
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि, एक दीनी दुनिया है जिसके बग़ैर इन्सानियत ज़िंदा नहीं रह सकती. धर्म जो अच्छाई के लिए था उसे निर्दोष लोगों की समूह द्वारा हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया. सरकार की ढिलाई के कारण आज किसान अत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं.
बताते चलें कि ये राष्ट्रीय सम्मेलन ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल, ट्रुथ सीकर्स इन्टरनेशनल और अमीर खुसरो चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था.
Courtesy: Two Circles
ये बातें आज दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में आॅल इंडिया मिल्ली काउंसिल द्वारा तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में ‘‘संविधान बचाओ-देश बनाओ’’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कनवेंशन के दौरान जनता दल यूनाईटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद शरद यादव ने कही.
आगे उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर और आज़ादी की लड़ाई लड़़ने वालों ने इस संविधान का निर्माण किया. भारतीय संविधान की अहमियत के बारे में उन्होंने कहा कि वोट देने की ताक़त इसके इंजन की तरह है. यह ज़िंदा इन्सानों की धर्मपुस्तक है, जो लोगों को रोज़ी मुहैय्या कराती है. यह ऐसी किताब है, जो इन्सानों की ख़िदमत के लिए बनाई गई है.
उन्होंने चेतावनी दी कि संविधान पर हाथ डालने वालों का धुंआ उड़ा दिया जाएगा. हालांकि उन्होंने अपने संबोधन में बिहार के वर्तमान राजनीति पर बोलने से परहेज़ किया लेकिन बावजूद इसके उन्होंने जता दिया कि वो नीतीश के फ़ैसले खुश नहीं हैं और जल्द ही अपना फ़ैसला पूरे भारत को सुनाएंगे.
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि, एक दीनी दुनिया है जिसके बग़ैर इन्सानियत ज़िंदा नहीं रह सकती. धर्म जो अच्छाई के लिए था उसे निर्दोष लोगों की समूह द्वारा हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया. सरकार की ढिलाई के कारण आज किसान अत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं.
बताते चलें कि ये राष्ट्रीय सम्मेलन ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल, ट्रुथ सीकर्स इन्टरनेशनल और अमीर खुसरो चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था.
Courtesy: Two Circles