नई दिल्ली। सूखे और कर्ज से बेहाल तमिलनाडु के किसानों की बेजारी एक बार फिर दिल्ली के सियासी गलियारों में अजीबोगरीब प्रदर्शन के तौर पर दिखी। कर्ज माफी की मांग को लेकर पिछले तीन सप्ताह से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे तमिलनाडु के किसानों ने आज सोमवार को प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर नग्न प्रदर्शन किया। नग्न किसानों ने नारेबाजी भी की। प्रदर्शन उग्र होता देख पीएमओ के अधिकारियों को दखल देनी पड़ी। पीएम के अधिकारियों ने किसानों से बातचीत की।

सूत्रों के मुताबिक आज सोमवार को किसानों की उनकी मांगों को लेकर पीएमओ में बातचीत होनी थी। लेकिन पीएम के अधिकारियों से किसानों की बातचीत नहीं हो सकी। यह किसानों को नागवार गुजरा और किसान नग्न प्रदर्शन पर उतर आए। सुरक्षाकर्मियों की कोशिशों के बाद भी किसान वहीं डटे रहे और नग्न प्रदर्शन जारी रखा।

पीएमओ के पास कपड़े उतारकर प्रदर्शन करने वाले किसानों को पुलिस ने तुरंत ही गिरफ्तारी भी कर लिया। कुछ किसान कपड़े उतारकर सड़क पर लोटने लगे, जिन्हें पुलिसवाले खींचकर ले गए। प्रदर्शनकारियों का प्रतिनिधित्व कर रहे तमिलनाडु के किसान अय्याकन्नू ने मीडिया से कहा, “पीएम मोदी ने मिलने से इंकार कर दिया, इस लिए हमें यह कदम उठाना पड़ा। हमारे राज्य की दयनीय स्थिति को देखिए। हम यहां पीएम से ही मिलने आए थे, लेकिन उन्होंने मिलने नहीं दिया। हमारे पास और कोई चारा नहीं था।”
हालात नियंत्रण में करने के लिए पीएमओ के अधिकारी फौरन हरकत में आए और 7 किसानों को पीएमओ के अंदर ले जाया गया। इसके बाद किसानों ने पीएमओ में अपना ज्ञापन सौंपा।

बता दें कि तमिलनाडु के कावेरी बेसिन के सूखा-पीड़ित किसान पिछले तीन हफ्तों से इंसानी खोपड़ियों के साथ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं। इनका दावा है कि ये खोपड़ियां उन किसानों की हैं जिन्होंने कर्ज के दुश्चक्र में फंस कर आत्महत्या कर ली या भूख ने जिनकी जान ले ली।किसानों का कहना है कि कभी अपनी उपजाऊ जमीन के लिए प्रसिद्ध कावेरी बेसिन इलाके में अब किसानों को आत्महत्या करनी पड़ रही है।
(संपादन- भवेंद्र प्रकाश)
Courtesy: National Dastak

सूत्रों के मुताबिक आज सोमवार को किसानों की उनकी मांगों को लेकर पीएमओ में बातचीत होनी थी। लेकिन पीएम के अधिकारियों से किसानों की बातचीत नहीं हो सकी। यह किसानों को नागवार गुजरा और किसान नग्न प्रदर्शन पर उतर आए। सुरक्षाकर्मियों की कोशिशों के बाद भी किसान वहीं डटे रहे और नग्न प्रदर्शन जारी रखा।

पीएमओ के पास कपड़े उतारकर प्रदर्शन करने वाले किसानों को पुलिस ने तुरंत ही गिरफ्तारी भी कर लिया। कुछ किसान कपड़े उतारकर सड़क पर लोटने लगे, जिन्हें पुलिसवाले खींचकर ले गए। प्रदर्शनकारियों का प्रतिनिधित्व कर रहे तमिलनाडु के किसान अय्याकन्नू ने मीडिया से कहा, “पीएम मोदी ने मिलने से इंकार कर दिया, इस लिए हमें यह कदम उठाना पड़ा। हमारे राज्य की दयनीय स्थिति को देखिए। हम यहां पीएम से ही मिलने आए थे, लेकिन उन्होंने मिलने नहीं दिया। हमारे पास और कोई चारा नहीं था।”
हालात नियंत्रण में करने के लिए पीएमओ के अधिकारी फौरन हरकत में आए और 7 किसानों को पीएमओ के अंदर ले जाया गया। इसके बाद किसानों ने पीएमओ में अपना ज्ञापन सौंपा।

बता दें कि तमिलनाडु के कावेरी बेसिन के सूखा-पीड़ित किसान पिछले तीन हफ्तों से इंसानी खोपड़ियों के साथ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं। इनका दावा है कि ये खोपड़ियां उन किसानों की हैं जिन्होंने कर्ज के दुश्चक्र में फंस कर आत्महत्या कर ली या भूख ने जिनकी जान ले ली।किसानों का कहना है कि कभी अपनी उपजाऊ जमीन के लिए प्रसिद्ध कावेरी बेसिन इलाके में अब किसानों को आत्महत्या करनी पड़ रही है।
(संपादन- भवेंद्र प्रकाश)
Courtesy: National Dastak