नई दिल्ली। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को देश की गोपनीय जानकारी उपलब्ध कराने के मामले में भाजपा और संघ समेत तमाम हिन्दू संगठनों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

मध्यप्रदेश में आईएसआई के लिए जासूसी करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जासूसी कांड में एटीएस की गिरफ्त में आए सतना के बलराम सिंह का विश्व हिन्दू परिषद से कनेक्शन सामने आया है।
बलराम ने फरवरी, 2015 में विराट हिन्दू सम्मेलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। यह सम्मेलन विश्व हिन्दू परिषद स्वर्ण जयंती महोत्सव समिति की ओर से सतना में आयोजित किया गया था। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया समेत कई स्थानीय लोगों के साथ उसकी तस्वीर सामने आई है।
डॉ. तोगड़िया के स्वागत के लिए लगाई गई विशाल होर्डिंग इस बात का गवाह थी कि आईएसआई एजेंट बलराम किस तरह से बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद में सक्रिय है। हालांकि बजरंग दल इस बात से इंकार कर रहा है कि बलराम सिंह उनके संगठन का कोई सक्रिय कार्यकर्ता रहा है। अलबत्ता, संगठन इस बात को स्वीकार कर रहा है कि वह गाहे-बगाहे उनके कार्यक्रमों में शामिल होता रहा है।
आईएसआई जासूसी कांड के बाद वायरल हुई ध्रुव की तस्वीरों ने मध्यप्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया था। हालांकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान ने दो टूक शब्दों में कहा था कि किसी के साथ फोटो खिचवा लेने से कोई आतंकवादी नहीं हो जाता और ध्रुव सक्सेना के साथ भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। विपक्ष भाजपा के इस जवाब से संतुष्ट नहीं है।
Courtesy: National Dastak

मध्यप्रदेश में आईएसआई के लिए जासूसी करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जासूसी कांड में एटीएस की गिरफ्त में आए सतना के बलराम सिंह का विश्व हिन्दू परिषद से कनेक्शन सामने आया है।
बलराम ने फरवरी, 2015 में विराट हिन्दू सम्मेलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। यह सम्मेलन विश्व हिन्दू परिषद स्वर्ण जयंती महोत्सव समिति की ओर से सतना में आयोजित किया गया था। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया समेत कई स्थानीय लोगों के साथ उसकी तस्वीर सामने आई है।
डॉ. तोगड़िया के स्वागत के लिए लगाई गई विशाल होर्डिंग इस बात का गवाह थी कि आईएसआई एजेंट बलराम किस तरह से बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद में सक्रिय है। हालांकि बजरंग दल इस बात से इंकार कर रहा है कि बलराम सिंह उनके संगठन का कोई सक्रिय कार्यकर्ता रहा है। अलबत्ता, संगठन इस बात को स्वीकार कर रहा है कि वह गाहे-बगाहे उनके कार्यक्रमों में शामिल होता रहा है।
आईएसआई जासूसी कांड के बाद वायरल हुई ध्रुव की तस्वीरों ने मध्यप्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया था। हालांकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान ने दो टूक शब्दों में कहा था कि किसी के साथ फोटो खिचवा लेने से कोई आतंकवादी नहीं हो जाता और ध्रुव सक्सेना के साथ भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। विपक्ष भाजपा के इस जवाब से संतुष्ट नहीं है।
Courtesy: National Dastak