इतिहास

April 29, 2024
उत्तर प्रदेश के बनारस में ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा भले ही धधकते ज्वालामुखी की तरह दुनिया भर में चर्चा और चिंता का विषय है, लेकिन इसी शहर में संकटमोचन मंदिर एक ऐसा धार्मिक स्थल है जहां संगीत की ऐसी धारा बहती है जिसमें न कोई हिन्दू होता है और न ही मुसलमान। इस मंदिर में हर साल आयोजित होने वाले संगीत समारोह में गीत-संगीत ही नहीं, भाईचारा, कौमी एकता और सौहार्द की बारिश होती है। गंगा-जमुनी तहज़ीब को...
April 8, 2024
हमारे प्रधानमंत्री खुद को 'हिंदू' राष्ट्रवादी और आरएसएस का सदस्य बताते हैं। वह गर्व से इस तथ्य को साझा करते हैं कि उन्हें हिंदुत्व राजनीति के दो पिताओं में से एक, एमएस गोलवलकर (दूसरे वीडी सावरकर) ने एक राजनेता बनने के लिए तैयार किया था और धर्मनिरपेक्षता को खत्म करने के बाद भारत में हिंदुत्ववादी राजनीति स्थापित करने का काम दिया था।   कट्टरपंथी हिंदुत्ववादियों की नज़र में पीएम...
April 2, 2024
गांधी से प्रभावित एक उग्र सत्याग्रही उषा मेहता इस सामयिक फिल्म की नायिका हैं; 8 अगस्त, 1942 को गोवालिया टैंक में ऐतिहासिक भारत छोड़ो रैली के बाद कांग्रेस नेतृत्व पर ब्रिटिश कार्रवाई के बाद नेतृत्वहीन भारतीयों को सूचित करने और एकजुट करने के लिए उन्होंने अपने दो युवा सहयोगियों के साथ मुंबई से भूमिगत 'कांग्रेस रेडियो' की कल्पना की और उसे चलाया; "करो या मरो" उस दिन भारतीय लोगों का...
March 23, 2024
क्या युद्ध से थके हुए मराठा सैनिकों ने डुग्गरलैंड को अपना लिया और इसे अपना घर बना लिया?    मराठा युद्धों पर एक किताब ने मुझे संक्षेप में 18वीं शताब्दी की एक घटना से परिचित कराया और अहमद शाह अब्दाली के आक्रमण के दौरान कुछ मराठों के जम्मू में प्रवास का उल्लेख किया। कहानी कुछ इस प्रकार है:   मुगल साम्राज्य के पतन के बाद, अहमद शाह अब्दाली ने 1748 से 1767 के बीच भारत पर आठ बार...
February 19, 2024
(मार्च 1994 में, उन संकीर्ण प्रक्रियाओं पर नज़र रखने के हमारे अभियान के हिस्से के रूप में, जो 'धर्मनिरपेक्ष' सरकारों को भी इतिहास में निष्पक्ष अन्वेषण से रोकती हैं, हमने महाराष्ट्र राज्य पाठ्य पुस्तक बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. अरविंद देशपांडे का साक्षात्कार लिया था। हम उसके कुछ अंश प्रस्तुत कर रहे हैं।)     1980-81 में महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक ब्यूरो की स्थापना...
February 7, 2024
ऐतिहासिक काल न तो संपूर्ण हिंसा से ग्रस्त रहा है, न ही संपूर्ण शांति वाला रहा। पूरे भारत में मंदिरों और मस्जिदों के उदाहरण राज्यों के बीच ज्ञान, व्यापार और ज्ञान के एक आकर्षक आंदोलन को दर्शाते हैं, भले ही उनका धर्म कुछ भी हो। वे हिंदू और मुस्लिम दोनों के एक-दूसरे की शैलियों को अपनाने और आपस में घुलने-मिलने की कोशिश करने के उदाहरण और प्रमाण हैं। Image Source: Flickr   ऐसे समय में जब...
January 31, 2024
एक कंजर्वेटिव अनुमान के अनुसार 1979 की हिंसा में मरने वालों में सैकड़ों पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल थे जो या तो भूख से मर गए या उन्हें गोली मार दी गई और उनके शव रायमंगल नदी में फेंक दिए गए।   Image: The Ambedkarite Today राजनीतिक हिंसा हमेशा से बंगाल के इतिहास का अभिन्न अंग रही है। ऐसी हिंसा के रूपों ने - समय के साथ - खुद को परिवर्तित कर लिया है।     इतिहास ने...
January 31, 2024
महात्मा गांधी की हत्या को 75 साल बीत चुके हैं - सीजेपी ने राष्ट्रपिता की हत्या के मामले में निचली अदालतों और उच्च न्यायालयों द्वारा दिए गए ऐतिहासिक फैसलों का विश्लेषण किया है।   “उन्होंने बमुश्किल छह या सात सीढ़ियाँ ही तय की होंगी कि एक व्यक्ति, जिसका नाम मुझे बाद में पता चला कि वह नारायण विनायक गोडसे, पूना का निवासी था, करीब आया और बमुश्किल 2/3 फीट की दूरी से पिस्तौल से तीन...
November 23, 2023
सेजे बाला घोष को 2004 का नोटिस 20 साल बाद मार्च 2020 में -कोविड-19 महामारी के दौरान  दिया गया। वह महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्र शेखर आज़ाद के सहयोगी लेफ्टिनेंट दिगेंद्र चंद्र घोष की बेटी हैं, जिन्हें नवंबर 2023 की शुरुआत में सीजेपी की टीम असम के नेतृत्व में एक निडर कानूनी लड़ाई के बाद अंततः भारतीय घोषित किया गया।   नवंबर 2023 में नोटिस मिलने के तीन साल और आठ महीने बाद, एक महान...
October 2, 2023
देश आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्मोत्सव मना रहा है। अहिंसा के पुजारी के रूप में पहचाने जाने वाले महात्मा गांधी के जीवन को लेकर सिटिजंस फॉर जस्टिस एंड पीस (सीजेपी) ने उनके परपौत्र तुषार गांधी से बात की। इस दौरान उन्होंने बापू के जीवन के अंतिम दिनों को लेकर काफी गहरी बातें कहीं।  तुषार गांधी ने कहा, उनके जीवन के आख़िरी चार साल, महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांत की सबसे...