आदिवासी
March 11, 2021
खुद को शिक्षित और सभ्य कहने वाले समाज अभी जिस पर्यावरण की रक्षा की बाबत कुछ सोच नहीं पाए हैं, उस दिशा में आदिवासी समाज ने एक बार फिर पहल की है। पर्यावरण (जंगल) बचाने को गोंड़ आदिवासियों ने फैसला किया है कि गोंड समाज में अब शवों को जलाया नहीं जाएगा, बल्कि दफनाया जाएगा। ऐसा करने से लकड़िया बचेंगी। जंगल नहीं कटेंगे।
प्रतीकात्मक फोटो
दरअसल, पिछले कुछ सालों में जिस तेज़ी से पेड़ कटे हैं और शवों...
March 3, 2021
2006 में देश की संसद द्वारा ऐतिहासिक अन्याय खत्म करने को एकमत से 'वनाधिकार' कानून बनाया गया था। कानून से आस जगी थी कि देश में पीढ़ियों से वनभूमि पर अपने अधिकारों से वंचित करोडों दलित, आदिवासी व घुमंतु परिवारों को न्याय मिलेगा। अन्याय खत्म होगा। करोड़ों लोगों की ज़िंदगी में आजादी का सूरज उग सकेगा। अंधियारा मिटेगा और एक सबसे बड़े भूमि-सुधार के आंदोलन को दुनिया देखेगी।
फॉरेस्ट कर्मियों...
February 17, 2021
उत्तराखंड के उलट, उत्तर प्रदेश में 40 से ज्यादा वनटांगिया गांवों को राजस्व (गांव) का दरजा दिया जा चुका हैं। सहारनपुर ज़िले की बात करें तो यहां कालूवाला, भगवतपुर व सोढ़ीनगर तीन वनटोंगिया गांव को राजस्व का दर्जा मिले डेढ़ साल से भी ज्यादा का समय हो गया है। लेकिन धरातल पर यह दर्जा कागज़ों तक में ही महदूद होकर रह गया है। ज्यादातर ग्रामीणों को वनाधिकार पत्र नहीं मिल सके हैं और न ही राजस्व गांव होने का कोई...
January 12, 2021
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोनभद्र जिले के लीलासी गांव में महिला वनकर्मियों पर कथित रूप से शारीरिक हमला किया। पुलिस ने गुरुवार 7 जनवरी को महिलाओं को विरोध स्थल से दूर ले गए और फिर कथित तौर पर हिरासत में उनके साथ मारपीट की।
एक ग्रामीण ने शिव प्रसाद ने सीजेपी से बात करते हुए कहा, “पिछले दो दिनों (5 जनवरी और 6 जनवरी) को, महिला वन अधिकार रक्षक शांतिपूर्वक वन भूमि पर एक अनधिकृत निर्माण का...
January 11, 2021
याद कीजिए, साल 2019 की 16 जुलाई। सोनभद्र के उम्भा गांव में वन विभाग की 'विवादित' जमीन पर कब्जे को लेकर इलाके के दबंगों ने 11 आदिवासियों की गोलियों से भूनकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। गोलीबारी में गोंड जनजाति के 11 लोग मारे गए थे। दर्जनों घायल हुए थे। पुलिस प्रशासन की अनदेखी से अब लीलासी में भी उम्भा जैसे हालात बनते दिख रहे हैं। ऐसी ही 'विवादित' व वनाधिकार कानून के तहत क्लेम की गई...
January 8, 2021
ओडिशा के कलिंगनगर इलाके में आदिवासियों पर हुआ गैरकानूनी हमला इस बात का एक प्रमुख उदाहरण है कि जब कॉरपोरेट हित शामिल होते हैं तो अल्पसंख्यक पीड़ा को कैसे दरकिनार कर दिया जाता है?
आदिवासी (भारत के मूलनिवासी समुदाय) कलिंगनगर नरसंहार की 15वीं सालगिरह मनाने के लिए 2 जनवरी 2021 को ओडिशा के जाजपुर में बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए। यहां साल 2006 में 13 आदिवासी पुरुष, महिलाओं और बच्चों को कथित रूप से...
December 17, 2020
झारखंड के पाकुड़ वन मजदूर जो 9 महीने से लंबित वेतन की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं, ने अब उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। अदालत को मामले में नोटिस जारी करना बाकी है।
पाकुड़ वन प्रभाग की एक सीमा के रख-रखाव को सुनिश्चित करने के लिए लगभग 250 मजदूरों को पिछले 9 महीनों से अवैतनिक रखा गया है, और संबंधित अधिकारियों को बार-बार पत्र भेजने के बावजूद कोई निवारण नहीं हुआ।
याचिका वन रेंज अधिकारी...
December 17, 2020
24 मई 2020 की सुबह बनारसी मुशहर का शव उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के कोइलसवा में एक गाँव के स्कूल के पास सड़क पर मिला था। सड़क के दूसरी ओर, उनके गंभीर रूप से घायल दोस्त राम प्रीत जो कल रात उनके साथ थे, बेहोश पड़े थे। रात को वे एक साथ घर से निकले थे।
ग्राम प्रधान केशव यादव ने पुलिस को फोन किया, जो जल्द ही इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि दोनों लोगों ने टोडी (एक स्थानीय शराब) का सेवन किया था, जिसके...
December 15, 2020
वनाश्रित-आदिवासी समुदायों ने भी कृषि कानूनों के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा है कि मसला किसानों भर का नहीं है, उनकी आजीविका (खेती व भूमि अधिकार) से भी जुड़ा है। वनाधिकार दिवस के मौके पर देश के अलग अलग अंचलों से वन आश्रित व आदिवासी समुदाय व संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम दिए ज्ञापन में मामला उठाया है और तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है।
पलिया लखीमपुर खीरी
वनाश्रित समुदायों का...
December 10, 2020
मध्यप्रदेश के बडवानी में जागृत आदिवासी दलित संगठन के हजारों आदिवासी नए कृषि कानूनों और विद्युत संशोधन अधिनियम 2020 के खिलाफ सड़कों पर उतरे। बुधवार 9 दिसंबर को उन्होंने 'खेती करो पेट के लिए, मत करो सेठ के लिए' नारे के साथ देशभर में चल रहे कृषि कानून विरोधी आंदोलनों के साथ एकजुटता दिखाई। किसान-मज़दूरों के मुद्दों को लेकर पाटी नाका से रैली निकाली गई और पुराने कलेक्टर ऑफ़िस पर सभा आयोजित किया...