इलाहाबाद के रोशन बाग में एनआरसी, एनपीआर और सीएए के विरोध में करीब दो महीने से धरने पर बैठी महिलाओं ने महिला दिवस बड़े जोशो खरोश के साथ मनाया। इस दौरान पुलिस प्रशासन की हरकतों का पुरजोर विरोध किया गया।
इस अवसर पर हिंदू मुस्लिम महिलाओं ने आंदोलन को एक नई ताजगी बख्शी और चैलेंज किया कि जब तक सीएए एनआरसी एनपीआर जैसा काला कानून वापस नहीं हुआ हम लड़ते रहेंगे।
यहां मंच से उन्होंने कहा कि प्रशासन हमारे कुछ साथियों को टारगेट कर रहा मगर उनके टारगेट करने से ना हम, ना हमारे साथी डरने वाले हैं। हम जम्हूरियत अंदाज में गवर्नमेंट की गलत नीतियों का पुरजोर विरोध करेंगे।
जीशान रेहमानी ने बताया कि इलाहाबाद जिला प्रशासन रोशन बाग में जारी धरने को लेकर पूरी तरह से बौखला सा गया है और अब हमारे आंदोलन को समर्थन कर रहे डॉ आशीष मित्तल उनके रिश्तेदारों के क्लीनिक को सीज कर दिया है। उन्होंने कहा पुलिस के इस दमन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा बल्कि आंदोलन और तेजी के साथ ऐसे ही चलता रहेगा।
रेहमानी ने कहा, कानून न्याय सारी औपचारिकताओं को किनारे करके धरने के हमारे साथियों में से एक उमर खालिद के परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। पहले जहां उमर खालिद के ऊपर खुल्दाबाद थाने कि पुलिस के द्वारा झूठा मुकदमा लिखाया गया था अब प्रशासन के द्वारा 7 मार्च को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी जिला विद्यालय निरीक्षक आदि की ओर से उमर खालिद के भाई द्वारा पिछले पांच साल से चलाए जा रहे मान्यता प्राप्त किन्तु गैर सहायता प्राप्त मदरसे अल-हसना इस्लामिक स्कूल, करैली, की औचक छापामार कर जहां जांच की गई और अग्निशमन यंत्र न होने, मानक के अनुसार भवन और कमरे न होने आदि बेमुनियाद अाधारों पर नोटिस जारी करके 2 दिन में जवाब देने का नोटिस जारी किया गया।
इसके साथ ही उमर खालिद के दूसरे भाई, जिसकी रोशन बाग के पास सौंदर्य प्रसाधन की छोटी सी दुकान है पर पहले पुलिस और बाद में आयकर की टीम द्वारा छापा मारा गया किन्तु दुकान बंद होने की वजह से आज आयकर टीम को वापस जाना पड़ा है और ये सब 'प्रयागराज' के जिलाधिकारी के निर्देश पर किया जाना कहा जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य रूप से मौजूद रहीं- आकृति, चंद्रावती, सहदेयी, सुषमा, वंदना, शीला निषाद, रेखा, आरती, पार्वती, सरिता, शकुन्तला, सारा निशू शिवा फातिमा फोजिया।
इस अवसर पर हिंदू मुस्लिम महिलाओं ने आंदोलन को एक नई ताजगी बख्शी और चैलेंज किया कि जब तक सीएए एनआरसी एनपीआर जैसा काला कानून वापस नहीं हुआ हम लड़ते रहेंगे।
यहां मंच से उन्होंने कहा कि प्रशासन हमारे कुछ साथियों को टारगेट कर रहा मगर उनके टारगेट करने से ना हम, ना हमारे साथी डरने वाले हैं। हम जम्हूरियत अंदाज में गवर्नमेंट की गलत नीतियों का पुरजोर विरोध करेंगे।
जीशान रेहमानी ने बताया कि इलाहाबाद जिला प्रशासन रोशन बाग में जारी धरने को लेकर पूरी तरह से बौखला सा गया है और अब हमारे आंदोलन को समर्थन कर रहे डॉ आशीष मित्तल उनके रिश्तेदारों के क्लीनिक को सीज कर दिया है। उन्होंने कहा पुलिस के इस दमन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा बल्कि आंदोलन और तेजी के साथ ऐसे ही चलता रहेगा।
रेहमानी ने कहा, कानून न्याय सारी औपचारिकताओं को किनारे करके धरने के हमारे साथियों में से एक उमर खालिद के परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। पहले जहां उमर खालिद के ऊपर खुल्दाबाद थाने कि पुलिस के द्वारा झूठा मुकदमा लिखाया गया था अब प्रशासन के द्वारा 7 मार्च को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी जिला विद्यालय निरीक्षक आदि की ओर से उमर खालिद के भाई द्वारा पिछले पांच साल से चलाए जा रहे मान्यता प्राप्त किन्तु गैर सहायता प्राप्त मदरसे अल-हसना इस्लामिक स्कूल, करैली, की औचक छापामार कर जहां जांच की गई और अग्निशमन यंत्र न होने, मानक के अनुसार भवन और कमरे न होने आदि बेमुनियाद अाधारों पर नोटिस जारी करके 2 दिन में जवाब देने का नोटिस जारी किया गया।
इसके साथ ही उमर खालिद के दूसरे भाई, जिसकी रोशन बाग के पास सौंदर्य प्रसाधन की छोटी सी दुकान है पर पहले पुलिस और बाद में आयकर की टीम द्वारा छापा मारा गया किन्तु दुकान बंद होने की वजह से आज आयकर टीम को वापस जाना पड़ा है और ये सब 'प्रयागराज' के जिलाधिकारी के निर्देश पर किया जाना कहा जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य रूप से मौजूद रहीं- आकृति, चंद्रावती, सहदेयी, सुषमा, वंदना, शीला निषाद, रेखा, आरती, पार्वती, सरिता, शकुन्तला, सारा निशू शिवा फातिमा फोजिया।