हम प्रगतिशील विचारधारा के लोग अक्सर त्योहार मनाने व बधाई देने से बचते हैं। यह बात सही है कि कई सालों से हर त्यौहार आने पर दिल बहुत बोझिल होता है। हमारे कितने ही लड़ाकू साथी जेलों में तन्हाईयां भुगत रहे हैं।
एक युवा साथी इन सबसे अलग गंगा संरक्षण के लिए डेढ़ सौ दिन से मात्र नींबू पानी पर हैं तो इस भारी मन से हम त्यौहार भी कैसे मनाएं?
फिर भी लगता है कि होली आज की परिस्थिति में एक बहुत बड़ा संदेश दे रही है और इस संदेश को अनसुना में बिल्कुल नहीं करना है। आज के दिन ढेर सारे रंगों में रंगे हुए समाज को यह बात समझानी होगी कि दुनिया एक रंग में नहीं बहुत से रंगों में ही सुंदर लगती है।
बस मौसम के परिवर्तन, प्रकृति के उल्लास और रंगों के इस मेल को ही होली मानकर हम बधाई दें। यह आशा करें कि देश में हम सभी रंगों को लेकर चल पाए। जेल की साथी बाहर आ पाएं। हम अपनी आवाज बुलंद रख सकें।
बेखौफ और बुलंद ताकत वाली आवाज, जो सत्ता को डराती है। यह मजबूत इरादे हैं जिन्होने जेल की दीवारों के पीछे हमारे लोगों को रखा है। मगर उनकी गूंज हम हैं और हम हर रंग में उनकी आवाज उठाएंगे साथी आओ इस होली पर यह भी करें।
एक युवा साथी इन सबसे अलग गंगा संरक्षण के लिए डेढ़ सौ दिन से मात्र नींबू पानी पर हैं तो इस भारी मन से हम त्यौहार भी कैसे मनाएं?
फिर भी लगता है कि होली आज की परिस्थिति में एक बहुत बड़ा संदेश दे रही है और इस संदेश को अनसुना में बिल्कुल नहीं करना है। आज के दिन ढेर सारे रंगों में रंगे हुए समाज को यह बात समझानी होगी कि दुनिया एक रंग में नहीं बहुत से रंगों में ही सुंदर लगती है।
बस मौसम के परिवर्तन, प्रकृति के उल्लास और रंगों के इस मेल को ही होली मानकर हम बधाई दें। यह आशा करें कि देश में हम सभी रंगों को लेकर चल पाए। जेल की साथी बाहर आ पाएं। हम अपनी आवाज बुलंद रख सकें।
बेखौफ और बुलंद ताकत वाली आवाज, जो सत्ता को डराती है। यह मजबूत इरादे हैं जिन्होने जेल की दीवारों के पीछे हमारे लोगों को रखा है। मगर उनकी गूंज हम हैं और हम हर रंग में उनकी आवाज उठाएंगे साथी आओ इस होली पर यह भी करें।