नई दिल्ली के शाहीन बाग, लखनऊ और आजमगढ़ के बाद गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में बनारस की महिलाएं बेनियाबाग मैदान में इकट्ठा हुईं। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची। धरना दे रही महिलाओं को उठाने का प्रयास हुआ तो मैदान के इर्दगिर्द खड़े युवाओं ने विरोध किया।
देश भर के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बेनिया बाग में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं की गिरफ्तारी पर बवाल खड़ा हो गया है। महिलाओं ने यहां पर गुरुवार को प्रदर्शन शुरू किया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
महिलाओं की गिरफ्तारी से नाराज लोग भड़क गए। लोगों ने पुलिस पर पथराव की। बताया जा रहा है कि बेनिया बाग के गांधी चौराहे पर महिलाएं शांतिपूर्ण तरीके से सीएए और एनआरसी के खिलाफ महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं।
दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर वाराणसी के बेनियाबाग में भी महिलाओं ने सीएए के खिलाफ शांतिपूर्वक धरना शुरू कर दिया है। महिलाओं के साथ ही उनके बच्चें भी इस धरना प्रदर्शन के दौरान मौजूद थे। धरने पर बैठीं महिलाओं ने सरकार से मांग की कि सीएए और एनआरसी कानून को वापस लिया जाए।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि सीएए हम लोगों को स्वीकार नहीं है। ये मुस्लिम विरोधी कानून है। बीजेपी सरकार देश में मुस्लिमों को रहने नहीं देना चाहती है। विवाद होने के बाद पुलिस ने सख्ती करते हुए सभी को मौके से हटाने के साथ ही प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाओं को हिरासत में ले लिया। वहीं सुरक्षा कारणों से महिला पुलिस बल की भी मौके पर तैनाती कर दी गई है।
देश भर के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बेनिया बाग में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं की गिरफ्तारी पर बवाल खड़ा हो गया है। महिलाओं ने यहां पर गुरुवार को प्रदर्शन शुरू किया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
महिलाओं की गिरफ्तारी से नाराज लोग भड़क गए। लोगों ने पुलिस पर पथराव की। बताया जा रहा है कि बेनिया बाग के गांधी चौराहे पर महिलाएं शांतिपूर्ण तरीके से सीएए और एनआरसी के खिलाफ महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं।
दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर वाराणसी के बेनियाबाग में भी महिलाओं ने सीएए के खिलाफ शांतिपूर्वक धरना शुरू कर दिया है। महिलाओं के साथ ही उनके बच्चें भी इस धरना प्रदर्शन के दौरान मौजूद थे। धरने पर बैठीं महिलाओं ने सरकार से मांग की कि सीएए और एनआरसी कानून को वापस लिया जाए।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि सीएए हम लोगों को स्वीकार नहीं है। ये मुस्लिम विरोधी कानून है। बीजेपी सरकार देश में मुस्लिमों को रहने नहीं देना चाहती है। विवाद होने के बाद पुलिस ने सख्ती करते हुए सभी को मौके से हटाने के साथ ही प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाओं को हिरासत में ले लिया। वहीं सुरक्षा कारणों से महिला पुलिस बल की भी मौके पर तैनाती कर दी गई है।