मैनपुरी। भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इतने असहिष्णु हो गए कि एक दलित द्वारा बीएसपी को वोट देने पर गोली मार दी। खबर मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र की है। थाना बेवर क्षेत्र के गांव नगला ताल में बसपा को वोट डालने पर दलित युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

खबर के अनुसार, मैनपुरी जिले के भोगांव विधानसभा के तहत थाना बेवर क्षेत्र के गांव नगला ताल में रविवार शाम को मतदान प्रक्रिया चल रही थी। गांव निवासी दलित आलोक कुमार (24) चार बजे वोट डालकर घर लौट रहा था। तभी रास्ते में गांव निवासी ठाकुर विक्रम सिंह ने रोक कर कहा कि तूने किसे वोट दिया है। आलोक ने जवाब दिया कि मायावती को।
इसी बात पर दोनों में कहासुनी हो गई। तभी विक्रम ने तमंचा निकालकर आलोक को गोली मार दी। गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से भाग गया। पुलिस को मृतक के पिता रामप्रकाश जाटव ने बताया कि मायावती को वोट देने को लेकर विक्रम ने आलोक को गोली मारी है।
सूचना मिलने के बाद अधिकारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गए। काफी देर तक अस्पताल में भी हंगामा चलता रहा। मृतक के पिता ने बताया कि आरोपी ने पहले पूछा की वोट किसे दिया है। बसपा का नाम लेने पर पहले पीटा और उसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहीं देर शाम मृतक के परिजनों ने जो तहरीर दी उसमें कहीं भी उक्त घटना का जिक्र तक नहीं था। लोगों का कहना है कि पुलिस ने दबाव में तहरीर बदलवाई है। घटना के बाद से आरोपी फरार है।
Courtesy: National Dastak

खबर के अनुसार, मैनपुरी जिले के भोगांव विधानसभा के तहत थाना बेवर क्षेत्र के गांव नगला ताल में रविवार शाम को मतदान प्रक्रिया चल रही थी। गांव निवासी दलित आलोक कुमार (24) चार बजे वोट डालकर घर लौट रहा था। तभी रास्ते में गांव निवासी ठाकुर विक्रम सिंह ने रोक कर कहा कि तूने किसे वोट दिया है। आलोक ने जवाब दिया कि मायावती को।
इसी बात पर दोनों में कहासुनी हो गई। तभी विक्रम ने तमंचा निकालकर आलोक को गोली मार दी। गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से भाग गया। पुलिस को मृतक के पिता रामप्रकाश जाटव ने बताया कि मायावती को वोट देने को लेकर विक्रम ने आलोक को गोली मारी है।
सूचना मिलने के बाद अधिकारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गए। काफी देर तक अस्पताल में भी हंगामा चलता रहा। मृतक के पिता ने बताया कि आरोपी ने पहले पूछा की वोट किसे दिया है। बसपा का नाम लेने पर पहले पीटा और उसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहीं देर शाम मृतक के परिजनों ने जो तहरीर दी उसमें कहीं भी उक्त घटना का जिक्र तक नहीं था। लोगों का कहना है कि पुलिस ने दबाव में तहरीर बदलवाई है। घटना के बाद से आरोपी फरार है।
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