यूपी में रामराज की झलक: बार काउंसिल अध्यक्ष दरवेश यादव की दिनदहाड़े हत्या

Written by sabrang india | Published on: June 13, 2019
आगरा: लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद देशभर से हत्याओं की खबरें बड़े पैमाने पर आ रही हैं। खासतौर पर उत्तर प्रदेश में दर्जनों हत्याएं हो चुकी हैं। इनमें राजनीतिक हत्याएं बड़े पैमाने पर हुई हैं। अब बुधवार को बार काउंसिल की अध्यक्ष की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पुलिस ने मृतक की पहचान दरवेश यादव के रूप में की है।

दरवेश यादव दो दिन पहले ही यूपी बार काउंसिल की अध्‍यक्ष चुनी गई थीं। घटना आगरा की है। पुलिस के अनुसार दरवेश की हत्या उनके ही एक सहयोगी जिसका नाम मनीष शर्मा है ने की है। आरोपी ने दरवेश को गोली मारने के बाद खुद को भी गोली मार ली है। फिलहाल उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। कहा जा रहा कोर्ट परिसर में दोनों के बीच किसी बात पर बहस हो गई थी जिसके बाद मनीष ने अपनी लाइसेंसी पिस्‍तौल से गोली चला दी। 

पुलिस के अनुसार मनीष शर्मा ने दरवेश यादव को तीन गोलियां मारी हैं। बता दें कि दरवेश यादव को उस वक्त गोली मारी गई जब वह आगरा कोर्ट परिसर में स्‍वागत समारोह में हिस्सा ले रही थीं। इस पूरे मामले को लेकर आगरा के पुलिस एडीजी अजय आनंद ने बताया कि दरवेश यादव की हत्या करने के बाद आरोपी मनीष ने खुद को भी गोली मारी है। अभी उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। अभी तक की जांच में पता चला है कि आरोपी ने दरवेश को तीन गोलियां मारी थीं। फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है।

यूपी बार काउंसिल की पहली महिला चेयरमैन थीं दरवेश यादव
9 जून को प्रयागराज में यूपी बार काउंसिल का चुनाव हुआ। जिसमें चेयरमैन पद के लिए आगरा की एडवोकेट दरवेश और हरिशंकर सिंह को 12-12 बराबर वोट मिले। इसके बाद बराबर मत के आधार पर दोनों को छह-छह माह के लिए चुन लिया गया। परंपरा और सहमति के आधार पर दरवेश सिंह यादव को पहले छह माह और हरिशंकर सिंह को शेष छह माह के लिए चेयरमैन निर्वाचित किया गया था। बताया जा रहा है कि वह यूपी बार काउंसिल की पहली महिला चेयरमैन थीं।

दरवेश मूल रूप से यूपी के एटा जिले की रहने वाली थीं। उनके पिता पुलिस में डिप्टी एसपी रहे थे। दरवेश सिंह ने आगरा कॉलेज से पहले एलएलबी किया और फिर एलएलएम। वर्ष 2004 से ही दरवेश यादव आगरा की दीवानी कचहरी में प्रैक्टिस कर रही थीं। 2016 में वह बार काउंसिल की उपाध्यक्ष भी रही थीं। 2017 में दरवेश बार काउंसिल की कार्यकारी चेयरमैन भी रह चुकी थीं। इसके बाद साल 2018 में हुए बार काउंसिल के चुनाव में दरवेश दूसरी बार सदस्य चुनी गईं थी।

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