बनारस में क्षेत्र के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से ठीक पहले 1 मार्च को सीवर में दम घुटकर दो सफाईकर्मियों की मौत हो गई। इनमें एक मृतक चंदन बनारस का रहने वाला है और दूसरा राजेश मोतिहारी, बिहार का है।
इस मामले पर बनारस के सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. लेनिन रघुवंशी ने अखबार में छपी खबर के आधार पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करायी है जिसे आयोग ने संज्ञान लेते हुए दर्ज कर लिया है।
मौके पर मौजूद परिजनों और निवासियों से शहर के सामाजिक कार्यकर्ता अनूप श्रमिक ने जो बात की, उसके मुताबिक भोर मे साढ़े तीन बजे तीन सफाईकर्मी पांडेपुर के काली मंदिर स्थित सीवर लाइन को साफ़ करने नीचे उतरे थे। जब वे चैम्बर में घुसे तो अचानक कहीं से पानी रिसने लगा जिसके चलते तीनों फंस गए। इनमें से एक उमेश कुमार तो किसी तरह बाहर निकल आया लेकिन बाकी दोनों फंसे रह गए।
दिन में जब हल्ला मचा तो एनडीआरएफ की टीम दोनों लापता मजदूरों को खोजने मौके पर पहुंची। काफी खोजबीन के बाद राजेश और चंदन की लाश बरामद हुई।
मारे गए दोनों ही सफाईकर्मी अनुसूचित जाति से आते हैं। दोनों की मौत के संबंध में डॉ. लेनिन द्वारा दर्ज करायी गई शिकायत को एनएचआरसी ने डायरी संख्या 2517/IN/2019 के तहत दर्ज किया है।
ध्यान रहे कि पिछली बार भी जब प्रधानमंत्री मोदी क्षेत्र के दौरे पर नवंबर में आए थे, उससे ठीक पहले चौकाघाट में सीवर सफाईकर्मियों की मौत हुई थी। उससे पहले जब मोदी बनारस आए थे तो शहर के कुत्तों को इंजेक्शन देकर मार दिया गया था जिस पर अच्छा खासा बवाल मचा था।
साभार- मीडिया विजिल
इस मामले पर बनारस के सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. लेनिन रघुवंशी ने अखबार में छपी खबर के आधार पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करायी है जिसे आयोग ने संज्ञान लेते हुए दर्ज कर लिया है।
मौके पर मौजूद परिजनों और निवासियों से शहर के सामाजिक कार्यकर्ता अनूप श्रमिक ने जो बात की, उसके मुताबिक भोर मे साढ़े तीन बजे तीन सफाईकर्मी पांडेपुर के काली मंदिर स्थित सीवर लाइन को साफ़ करने नीचे उतरे थे। जब वे चैम्बर में घुसे तो अचानक कहीं से पानी रिसने लगा जिसके चलते तीनों फंस गए। इनमें से एक उमेश कुमार तो किसी तरह बाहर निकल आया लेकिन बाकी दोनों फंसे रह गए।
दिन में जब हल्ला मचा तो एनडीआरएफ की टीम दोनों लापता मजदूरों को खोजने मौके पर पहुंची। काफी खोजबीन के बाद राजेश और चंदन की लाश बरामद हुई।
मारे गए दोनों ही सफाईकर्मी अनुसूचित जाति से आते हैं। दोनों की मौत के संबंध में डॉ. लेनिन द्वारा दर्ज करायी गई शिकायत को एनएचआरसी ने डायरी संख्या 2517/IN/2019 के तहत दर्ज किया है।
ध्यान रहे कि पिछली बार भी जब प्रधानमंत्री मोदी क्षेत्र के दौरे पर नवंबर में आए थे, उससे ठीक पहले चौकाघाट में सीवर सफाईकर्मियों की मौत हुई थी। उससे पहले जब मोदी बनारस आए थे तो शहर के कुत्तों को इंजेक्शन देकर मार दिया गया था जिस पर अच्छा खासा बवाल मचा था।
साभार- मीडिया विजिल