तेज बहादुर का आरोप- वाराणसी से चुनाव ना लड़ने के लिए बीजेपी ने दिया था 50 करोड़ का ऑफर

Written by sabrang india | Published on: May 2, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सेना के जवान तेज बहादुर का नामांकन रद्द होने के बाद तमाम तरह की चर्चाएं चल रही हैं। आरोप के घेरे में सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह हैं। विपक्ष के पास पीएम मोदी को घेरने के लिए एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। नामांकन खारिज होने के बाद पहली बार तेज बहादुर यादव और गठबंधन की प्रत्याशी शालिनी यादव ने एक साथ संयुक्त प्रेस वार्ता कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। 

तेज बहादुर यादव ने कहा कि जब से वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए खड़े हुए हैं तब से बीजेपी के लोग उन्हें धमका रहे हैं और पैसे का प्रलोभन दे रहे हैं। ऐसे में उन्हें आशंका थी कि उन का पर्चा निरस्त हो जाएगा इस वजह से शालिनी यादव का भी नामांकन समाजवादी पार्टी के सिंबल पर कराया गया था।

तेज बहादुर यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने के बाद जब घर गये थे तो वहां पर बीजेपी के लोगों ने बनारस से चुनाव नहीं लडऩे के लिए 50 करोड़ का ऑफर दिया था। मेरे ऊपर चुनाव नहीं लडऩे का बहुत दबाव बनाया गया था। बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव से जब मीडिया ने ऑफर देने वालों का नाम पूछा तो कहा कि वह नहीं बता सकता हूं। वह बहुत शातिर लोग हैं और नाम खुल गया तो उनकी हत्या करायी जा सकती है। 

बनारस से नामंकन निरस्त होने पर तेज बहादुर यादव ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को इस बात की पहले से आशंका थी। रणनीति के तहत ही निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में पहले नामांकन दाखिल किया था और बाद में गठबंधन प्रत्याशी के रुप में पर्चा दाखिल किया था। उन्होंने कहा कि मेरे साथ शालिनी यादव ने भी गठबंधन प्रत्याशी के रुप में नामांकन किया था। ऐसा इसलिए किया गया कि साजिश के तहत मेरा पर्चा निरस्त कराया जाता है तो दूसरा प्रत्याशी चुनाव लड़ सके। तेज बहादुर यादव ने कहा कि वह जानते थे कि बीजेपी मेरा पर्चा खारिज कराने के लिए सारे हथकंडे अपनायेगी।

तेजबहादुर यादव ने दावा किया कि चुनाव आयोग पर संबित पात्रा से लेकर कई बडे नेता नामांकन रद्द करने का दबाव बनाया था। तेज बहादुर ने देश के रिटायर्ड और पीड़ित फौजियों से अपील की कि वह वाराणसी कूच करें। वहीं शालिनी यादव ने कहा मेरे भाई का प्रभाव पूरे देश में है। बीजेपी तेजबहादुर से घबरा गई है। हम सभी समाजवादी और बसपा के लोग मिलकर तेजबहादुर के साथ बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगे।
 

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