सपना चौधरी और दलित समाज की उदारता

Written by कंवल भारती | Published on: September 20, 2016

पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने दलित विरोधी गाना गाने के विरुद्ध दर्ज FIR में सपना चौधरी को अंतरिम ज़मानत देने से इनकार कर दिया । पिछ्ले दिनों हरियाणा की मशहूर गायिका और डांसर सपना चौधरी ने "बावली जात चमार" गाना गाया था ।




सोशल मीडिया पर उनकी तीव्र आलोचना हुई और उनके खिलाफ 14 जुलाई को FIR भी दर्ज की गयी । इससे परेशान होकर उन्होंने 4 सितम्बर को आत्महत्या करने का भी विफल प्रयास किया था । अब उनको मुकदमा फेस करना होगा ।

समझ में नहीं आता कि दलितों के प्रति हरियाणा की उच्च जातियों में इतना ज़हर क्यों भरा है कि सपना जैसी हर दिल अजीज गायिका ने भी यह नहीं सोचा कि वह जाति विशेष को अपमानित करने वाला गाना कैसे गा सकती हैं ? जब कानून के रहते यह हाल है तो सोचिये कि कानून के न होने पर ये क्या न करते होंगे ।

सपना चौधरी एक अच्छी डांसर हैं और उनके लाखों फैन हैं। हालाँकि उनके डाँस में अश्लीलता बहुत ज्यादा होती है, जिससे बूढ़े तक उन पर नोट बरसाते हैं; लेकिन इसके बावजूद उनका मोर नाच सचमुच काबिलेतारीफ़ है, जिसका मैं भी फैन हूँ । सपना की टक्कर की कोई और डांसर हरियाणा में शायद ही हो । पर उन्हें अश्लीलता और द्वेष फैलाने वाले गानों से परहेज़ करना चाहिये। 
 
हरियाणा रागनी जगत में बहुत सी स्त्रियाँ अच्छा काम कर रही हैं । इनमें प्रीति चौधरी, मनोज उर्फ मन्नू चौधरी, पुष्पा गोसाई, किरण शर्मा और बबली ठाकुर की कम लोकप्रियता नहीं है। रागनी गायन के क्षेत्र में इन का नाम आदर से लिया जाता है।

इनके गायन और डाँस में अश्लीलता नहीं होती है। सपना चौधरी आप अच्छी कलाकार हैं । अब भी समय आपके हाथ में है । आप अपनी सोच बदलें। पूरे प्रायश्चित के साथ अपने कृत्य के लिये सार्वजनिक रूप से माफी माँग लें। दलित समाज भी इतना अनुदार नहीं है कि आपको माफ़ न करे ।

बाकी ख़बरें