वाराणसी। देश की सबसे हॉट लोकसभा सीट वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न राज्यों के लगभग 102 लोगो ने नामांकन किया है। नामांकन की प्रक्रिया के बाद आज नाम पत्र की जांच होनी थी जिसमें कई प्रत्याशियों के नामांकन रद्द कर दिए गए हैं। सपा के उम्मीदवार बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेजबहादुर यादव का नामांकन भी खतरे में है। इसे लेकर हंगामा मचा हुआ है। इसके अलावा संतों के प्रत्याशी भगवान दास वेदांत आचार्य का नामांकन खारिज कर दिए जाने से संत कलेक्ट्रेट में अनशन पर बैठ गए हैं।

पर्चा खारिज की सूचना मिलते ही शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद साधु संतों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात करने के लिए को लेकर अड़े रहे। मौके पर मौजूद पुलिस के आला अधिकारियों ने संतों को कलेक्ट्रेट ऑफिस के अंदर जाने से रोका।
आक्रोशित स्वामी अविमुक्तेश्वरनंद का आरोप है कि पीएम के दबाव में खारिज किया जा रहा है पर्चा। केवल मात्रा की गलती के वजह से पर्चा खारिज किया गया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद चुनाव अधिकारी से मिलने पर अड़े रहे लेकिन उन्हें अंदर नही जाने दिया गया। लेकिन उनके द्वारा समर्थित प्रत्याशी श्रीभगवान वेदांताचार्य वकील को चुनाव अधिकारी से मिलने के लिए जाने दिया गया।
संतों का आरोप है कि नरेंद्र मोदी अपने सामने किसी को लड़ने नही देना चाहते। जनता नाराज है जनता को जो सब्जबाग दिखाया गया है सब झूठ है, चाइनीज़ झालर पूरे शहर में लगाये गए हैं और मंदिर मूर्तियां तोड़ी गयी हैं। उन्होंने कहा कि हम कोर्ट में जाएंगे चुनाव अधिकारी मिल नहीं रहे, हम यहां घंटों से खड़े हैं।

पर्चा खारिज की सूचना मिलते ही शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद साधु संतों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात करने के लिए को लेकर अड़े रहे। मौके पर मौजूद पुलिस के आला अधिकारियों ने संतों को कलेक्ट्रेट ऑफिस के अंदर जाने से रोका।
आक्रोशित स्वामी अविमुक्तेश्वरनंद का आरोप है कि पीएम के दबाव में खारिज किया जा रहा है पर्चा। केवल मात्रा की गलती के वजह से पर्चा खारिज किया गया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद चुनाव अधिकारी से मिलने पर अड़े रहे लेकिन उन्हें अंदर नही जाने दिया गया। लेकिन उनके द्वारा समर्थित प्रत्याशी श्रीभगवान वेदांताचार्य वकील को चुनाव अधिकारी से मिलने के लिए जाने दिया गया।
संतों का आरोप है कि नरेंद्र मोदी अपने सामने किसी को लड़ने नही देना चाहते। जनता नाराज है जनता को जो सब्जबाग दिखाया गया है सब झूठ है, चाइनीज़ झालर पूरे शहर में लगाये गए हैं और मंदिर मूर्तियां तोड़ी गयी हैं। उन्होंने कहा कि हम कोर्ट में जाएंगे चुनाव अधिकारी मिल नहीं रहे, हम यहां घंटों से खड़े हैं।