तेजस्वी का PM मोदी पर बड़ा हमला, कहा- अगर ईमानदार हैं तो नीतीश के खिलाफ CBI जांच क्यों नहीं?

Written by Sabrangindia Staff | Published on: March 2, 2019
प्रधानमंत्री की पटना के गांधी मैदान की रैली से पहले बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी जी का गठबंधन घोर अवसरवादिता की पराकाष्ठा है. जिस नरेंद्र मोदी के नाम पर नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हुए थे, उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को क्या-क्या नहीं कहा? 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी और भाजपा को हराने के लिए उनके टेप सुनाते थे, बहती हवा सा बताते थे. 15 लाख और 2 करोड़ नौकरियां मांगते थे. लेकिन 2017 में नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान करते हुए सारे सिद्धांत, मर्यादा, नीति और नियम ताक पर रखते हुए जिस भाजपा को हराया था उसी से हाथ मिला लिया.



तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि अभी भी नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी में अविश्वास का रिश्ता है. नीतीश कुमार के कहने से नरेंद्र मोदी ने पटना विश्वविद्यालय तक को केंद्रीय विश्वविद्यालय तक का दर्जा नहीं दिया तो नीतीश कुमार में इतनी हिम्मत कहाँ जो नरेंद्र मोदी से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा माँग सके? मेरे प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार से कुछ सवाल हैं.

पहला सवाल तो यह कि क्या नीतीश कुमार BJP को अभी भी 'भारत जलाओ पार्टी' और 'बड़का झूठी पार्टी' मानते है? अगर मानते है तो साथ क्यों है? अगर नहीं मानते तो अपने पहले वाले वक्तव्य के लिए माफ़ी माँगे? क्या नरेंद्र मोदी जेडीयू को अभी भी 'जनता का दमन और उत्पीड़न' मानते है? अगर मानते है तो जनता के दमन और उत्पीड़न में साथ क्यों है?, तीसरा सवाल यह कि क्या नरेंद्र मोदी बिहार की जनता से विशेष राज्य का दर्जा नहीं देने के अपने वादे से मुकरने की माफ़ी मांगेंगे? मोदी जी ने लोकसभा चुनाव में अनेकों बार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा और घोषणा की थी?

तेजस्वी ने आगे कहा कि सवाल तो यह भी है कि क्या मोदी जी 1 लाख 65 हज़ार करोड़ का ड्रामेटिक विशेष पैकेज का विस्तृत लेखा-जोखा बिहार की जनता को देंगे? सवाल तो यह है कि क्या रामबिलास पासवान को बग़ल में बैठाकर नीतीश कुमार परिवारवाद पर भाषण देंगे? नीतीश कुमार को चुनौती देता हूँ कि अगर वो परिवारवाद के ख़िलाफ़ है, तो सार्वजनिक रूप से घोषणा करे की वो अपने सुपुत्र को राजनीति में नहीं लाएँगे और परिवारवादी दलों से गठबंधन नहीं करेंगे.

उन्होंने पूछा कि आम्रपाली के सीएमडी अनिल शर्मा जो नीतीश कुमार की पार्टी से चुनाव लड़े. जो बीजेपी की मदद से राज्यसभा चुनाव लड़े. क्या मुकुल रॉय, येदुरप्पा, सुखराम और अनिल शर्मा जैसे भ्रष्टाचारियों का साथ लेकर नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार भ्रष्टाचार समाप्त करेंगे? क्या नरेंद्र मोदी जी द्वारा अपनी ज़ुबान से गिनायें नीतीश कुमार के 33 घोटाले और उसके भी बाद हुए सृजन जैसे 10 और बड़े घोटालों के ख़िलाफ़ कारवाई की रिपोर्ट जनता को देंगे? अगर मोदी भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ ईमानदार है तो नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ सृजन और दूसरे घोटाले की सीबीआई जाँच तेज़ क्यों नहीं करते? मोदी जी, यह दोहरापन बिहार में नहीं चलेगा? क्या नीतीश कुमार कल संकल्प रैली में मंच से सार्वजनिक रूप से लिखकर यह संकल्प लेंगे और शपथ पत्र देंगे कि वो 2024 आमचुनाव तक भाजपा को छोड़कर और पलटी मारकर किसी दूसरे गठबंधन से समझौता नहीं करेंगे. अगर वो ऐसा नहीं करते है तो स्पष्ट है कि वो आम चुनाव के बाद कुर्सी देख किसी भी दल के साथ भाग सकते है. क्या बीजेपी उनसे शपथ पत्र लेगी?

तेजस्वी ने पूछा कि ‪क्या कल पटना में पीएम मोदी जी बिहार के सीएम नीतीश कुमार की चर्चित डीएनए रिपोर्ट सार्वजनिक करेंगे? नीतीश जी ने स्वयं सहित 1 करोड़ बिहारवासियों के बाल और नाख़ून कटवाकर एक ट्रेन भरकर पीएमओ भेजी थी.‬ क्या मोदी जी बतायेंगे नीतीश जी ने उनकी थाली क्यों खींची थी? बाढ़ के समय उनकी मदद को क्यों नकारा था? 2103 मे उनके नाम पर बीजेपी से गठबंधन क्यों तोड़ा था? क्या नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी बताएँगे बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया जा रहा? ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि क्या नरेंद्र मोदी  हर नागरिक को 15 लाख रुपए एर युवाओं को सालाना 2 करोड़ नौकरी देने के अपने वादे पर स्पष्टीकरण देना चाहेंगे? क्या नीतीश कुमार सत्ता संरक्षित और संपोषित मुजफ़्फरपुर जन बलात्कार महापाप के लिए जनता से माफ़ी मांगेंगे?

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