पंजाब: किसानों के विरोध के चलते बगैर रैली किए वापस लौटे पीएम मोदी

Written by Navnish Kumar | Published on: January 5, 2022
पंजाब में किसान प्रदर्शनकारियों के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला 15 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसा रहा और करीब 20 मिनट फंसने के बाद पीएम ने अपना पंजाब दौर रद्द कर दिया। केंद्र सरकार ने इसे भारी सुरक्षा चूक करार देते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों की वजह से पीएम मोदी वहां 15-20 मिनट फंसे रहे और फिरोजपुर में बिना कार्यक्रम में हिस्सा लिए बठिंडा एयरपोर्ट पर वापस लौट गए। इस चूक के लिए केंद्र सरकार ने पंजाब की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। पहले दौरा रद्द होने के पीछे बारिश को कारण माना जा रहा था लेकिन अब सुरक्षा कारणों का हवाला दिया जा रहा है। यही नहीं, खुद पीएम मोदी के हवाले से साज़िश के इशारे के चलते मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। 



न्‍यूज एजेंसी ANI के अनुसार, मोदी ने वापस बठिंडा एयरपोर्ट आकर वहां के अधिकारियों से कहा, 'अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं भटिंडा हवाई अड्डे तक जिंदा लौट पाया।' खास है कि कृषि कानून रद्द होने के बाद पीएम मोदी का यह पहला पंजाब दौरा है। अगले कुछ महीनों में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों को देखते हुए इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा था।

गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया था कि प्रधानमंत्री बठिंडा पहुंचे जहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। लेकिन बारिश और खराब दृश्यता के कारण, उन्होंने मौसम साफ होने के लिए लगभग 20 मिनट तक इंतजार किया। गृह मंत्रालय ने बताया, 'जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह फैसला लिया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगेगा। डीजीपी पंजाब पुलिस की ओर से जरूरी सुरक्षा इंतजाम की पुष्टि के बाद सड़क मार्ग से उनका काफिला आगे बढ़ा था।'

स्मारक से लगभग 30 किमी दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो प्रदर्शनकारियों ने सड़क को बंद कर रखा था। गृह मंत्रालय ने कहा, 'प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी।' साथ ही कहा, 'प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था। प्रक्रिया के अनुसार, उन्हें सुरक्षा के साथ बाकी सारे इंतजाम भी करने थे। आकस्मिक योजना के मद्देनजर पंजाब सरकार को सड़क मार्ग से किसी भी आवाजाही को सुरक्षित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा तैनात करना चाहिए था जो कि नहीं किया गया।' गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से इस चूक के लिए जवाबदेही तय करने और कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है।

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा की योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था। प्रक्रिया के अनुसार उन्हें रसद, सुरक्षा के साथ-साथ आकस्मिक योजना तैयार रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था करनी थी। साथ ही आकस्मिक योजना के मद्देनजर पंजाब सरकार को सड़क मार्ग से किसी भी आंदोलन को सुरक्षित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा तैनात करनी थी, जिसमें स्पष्ट रूप से कमी दिखी। गृह मंत्रालय ने सुरक्षा में इस गंभीर चूक का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को भी इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है।

भाजपा नेताओं के अनुसार, सुरक्षा चूक के चलते पीएम को रैली रद्द करनी पड़ी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि चुनावी प्रचार के अलावा पीएम मोदी प्रदेश की जनता को 42,750 करोड़ रुपए की कई विकास परियोजनाओं की सौगात भी देने वाले थे। इनमें दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस वे, फिरोजपुर में पीजीआई सैटेलाइट सेंटर और कपूरथला होशियारपुर में दो नए मेडिकल कॉलेज शामिल थे।

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधा और उन पर फोन कॉल लेने से इनकार करने का आरोप लगाया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "यह दुखद है कि पंजाब के लिए हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं को शुरू करने के लिए पीएम का दौरा बाधित हो गया लेकिन हम ऐसी घटिया मानसिकता को पंजाब की तरक्की में बाधक नहीं बनने देंगे और पंजाब के विकास के लिए प्रयास जारी रखेंगे।

पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले ने अब राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। फिरोजपुर में फ्लाइओवर पर 15-20 मिनट तक फंसे रहने के बाद, पीएम मोदी वापस लौट गए। लेकिन बाद में बठिंडा एअरपोर्ट पहुंचकर उन्होंने ''धन्यवाद मैं ज़िंदा लौट पाया" का बयान देकर खुद ही साज़िश की ओर इशारा कर, मामले को राजनीतिक तूल दे दिया। न्‍यूज एजेंसी ANI के अनुसार, मोदी ने वापस बठिंडा एयरपोर्ट आकर वहां के अधिकारियों से कहा, 'अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं भटिंडा हवाई अड्डे तक जिंदा लौट पाया।' 

सुरक्षा चूक को लेकर गृह मंत्रालय की तरफ से बयान जारी किया गया है और इसे लेकर पंजाब सरकार से जवाब मांगा है। वहीं, बीजेपी ने इस पर सीएम चन्नी का इस्तीफा मांगा है। उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि रैली के लिए 70 हजार कुर्सियां लगाई गईं थीं लेकिन रैली के लिए 700 लोग भी नहीं पहुंचे हैं। इसलिए रैली रद्द कर दी गई।

सीएम चन्नी ने कहा कि रात 3 बजे तक मैंने सभी सड़कें क्लियर करवाई हैं। प्रधानमंत्री को हवाई मार्ग से आना था। फिर फिरोजपुर भी हवाई मार्ग से ही जाना था। उनका सड़क से जाने का कोई प्रोग्राम नहीं था। उन्होंने अचानक बठिंडा आकर कार्यक्रम बदल लिया कि सड़क से जाना है। बिना किसी पूर्व प्रोग्राम के यह सब हुआ। इसमें किसी तरह की कोई सुरक्षा लापरवाही नहीं बरती गई। दूसरा, फिरोजपुर में उन्होंने बड़ी रैली रख दी। जहां 70 हजार कुर्सी लगा दीं लेकिन आदमी 700 भी नहीं आये। ऊपर से बारिश भी हो गई। इस वजह से उनकी रैली कामयाब नहीं हो पाई।

कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने पीएम मोदी की रैली स्थगित होने के बाद बीजेपी पर तंज कसा है। श्रीनिवास ने दावा किया था कि फिरोजपुर की रैली में रखी गई कुर्सियां खाली पड़ी थीं इसलिए पीएम मोदी को वापस लौटना पड़ा। श्रीनिवास ने ट्वीट कर लिखा, 'हाउ इज द जोश।' वहीं, आप नेता संजय सिंह ने कहा है कि "सम्मान देने से सम्मान मिलता है" प्रधानमंत्री जी एक रैली रद्द होने की वजह से आप इतने गुस्से में हैं, जरा उन 750 किसान परिवारों के बारे में सोचिए, जो आपकी ज़िद की वजह से किसान आंदोलन में शहीद हो गए, आपने तो यहां तक कह दिया कि "किसान मेरे लिए थोड़े ही मरे हैं।

उधर, किसानों का दावा है कि हमारे विरोध की वजह से कार्यक्रम रद्द करना पड़ा है। किसान एकता मोर्चा ने कहा कि हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि मोदी की रैली रद्द होने की वजह किसानों और पंजाब के लोगों का भीषण विरोध है, जिन्होंने मोदी को अस्वीकार कर दिया है। इसकी वजह से मोदी को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। मोदी की रैली में भी बहुत कम लोग मौजूद थे। इनमें से ज्यादातर को तो जबरदस्ती रैली में भेजा गया था। पंजाबियों के निगेटिव रिस्पॉन्स की वजह से मोदी को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।

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