ये एफआईआर डॉ. सौरभ मौर्य की शिकायत पर दर्ज की गई। उनका दावा है कि नेहा का वीडियो पाकिस्तान के मीडिया चैनलों पर भी दिखाया गया, जिससे भारत की छवि को नुकसान पहुंचा है।

लोक गायिका और राजनीतिक व्यंग्यकार नेहा सिंह राठौर के खिलाफ वाराणसी की सिगरा पुलिस थाने में FIR दर्ज की गई है। आरोप है कि उन्होंने अपने हालिया व्यंग्य गीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसमें उन्हें “कायर” और “जनरल डायर” कहा गया।
शिकायत किसने दी?
ये FIR साधना फाउंडेशन नाम के सामाजिक संगठन के अध्यक्ष डॉ. सौरभ मौर्य की शिकायत पर दर्ज की गई। उनका दावा है कि नेहा का वीडियो पाकिस्तान के मीडिया चैनलों पर भी दिखाया गया, जिससे भारत की छवि को नुकसान पहुंचा है।
कौन-कौन सी धाराएं लगी हैं?
एफआईआर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 197(1)(a), 197(1)(d) और 353(2) के तहत दर्ज की गई है। ये धाराएं राष्ट्रीय एकता और सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले कृत्यों से जुड़ी हैं।
इस मामले ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। नेहा के समर्थकों का कहना है कि उन्हें व्यंग्य के जरिए अपनी राय रखने का पूरा हक है और यह लोकतंत्र का हिस्सा है।
वहीं, आलोचकों का कहना है कि आलोचना और अपमान के बीच एक सीमा होती है और इस बार वह सीमा पार हो गई है।
नेहा सिंह राठौर मुख्य रूप से भोजपुरी भाषा में राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर व्यंग्य गीत गाती हैं और युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
अब आगे क्या?
नेहा की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह मामला आने वाले दिनों में और गरमा सकता है, खासकर चुनावी माहौल में। कई नागरिक अधिकार कार्यकर्ता और कलाकार इसे कलात्मक स्वतंत्रता पर हमला मान रहे हैं, जबकि सरकार समर्थक इसे राष्ट्रविरोधी भाषा करार दे रहे हैं।
नेहा सिंह राठौर सोशल मीडिया पर काफी मशहूर हैं। यूट्यूब पर उनके 8.7 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। वहीं एक्स पर करीब 1.5 लाख फॉलोअर्स और इंस्टाग्राम पर लगभग 69,000 फॉलोअर्स हैं।
लोक गायिका और व्यंग्यकार नेहा सिंह राठौर के खिलाफ मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक उनके खिलाफ वाराणसी के सिगरा थाने और लखनऊ के हज़रतगंज थाने समेत काशी के कई थानों में शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
हाल ही में दर्ज हुई FIR में उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को "कायर" और "जनरल डायर" कहने का आरोप है। ये मामला सोशल मीडिया पर आए उनके एक व्यंग्य गीत से जुड़ा है। FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 197(1)(a), 197(1)(d) और 353(2) के तहत दर्ज की गई है, जो राष्ट्रीय एकता और सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले बयानों से संबंधित हैं।
इसके अलावा, हज़रतगंज थाने (लखनऊ) में अप्रैल में उनके खिलाफ एक और गंभीर केस दर्ज हुआ था, जिसमें देशद्रोह जैसे आरोप भी शामिल हैं।
FIR के अनुसार, नेहा ने 23 अप्रैल को X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया था कि, "मोदी सरकार जाति और धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है...। पुलवामा की तरह इस बार भी वोट बटोरने के लिए पहलगाम हमले को इस्तेमाल किया जाएगा।"
इससे एक दिन पहले यानी 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें एक नेपाली नागरिक की भी मौत हो गई थी।
यह शिकायत कवि अभय प्रताप सिंह (अभय सिंह) ने हज़रतगंज थाने में दर्ज करवाई। उनका आरोप था कि नेहा बार-बार ऐसे पोस्ट करती हैं जो सांप्रदायिक तनाव बढ़ा सकते हैं, जातिगत नफरत फैला सकते हैं, और देशविरोधी माहौल बनाते हैं।

लोक गायिका और राजनीतिक व्यंग्यकार नेहा सिंह राठौर के खिलाफ वाराणसी की सिगरा पुलिस थाने में FIR दर्ज की गई है। आरोप है कि उन्होंने अपने हालिया व्यंग्य गीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसमें उन्हें “कायर” और “जनरल डायर” कहा गया।
शिकायत किसने दी?
ये FIR साधना फाउंडेशन नाम के सामाजिक संगठन के अध्यक्ष डॉ. सौरभ मौर्य की शिकायत पर दर्ज की गई। उनका दावा है कि नेहा का वीडियो पाकिस्तान के मीडिया चैनलों पर भी दिखाया गया, जिससे भारत की छवि को नुकसान पहुंचा है।
कौन-कौन सी धाराएं लगी हैं?
एफआईआर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 197(1)(a), 197(1)(d) और 353(2) के तहत दर्ज की गई है। ये धाराएं राष्ट्रीय एकता और सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले कृत्यों से जुड़ी हैं।
इस मामले ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। नेहा के समर्थकों का कहना है कि उन्हें व्यंग्य के जरिए अपनी राय रखने का पूरा हक है और यह लोकतंत्र का हिस्सा है।
वहीं, आलोचकों का कहना है कि आलोचना और अपमान के बीच एक सीमा होती है और इस बार वह सीमा पार हो गई है।
नेहा सिंह राठौर मुख्य रूप से भोजपुरी भाषा में राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर व्यंग्य गीत गाती हैं और युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
अब आगे क्या?
नेहा की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह मामला आने वाले दिनों में और गरमा सकता है, खासकर चुनावी माहौल में। कई नागरिक अधिकार कार्यकर्ता और कलाकार इसे कलात्मक स्वतंत्रता पर हमला मान रहे हैं, जबकि सरकार समर्थक इसे राष्ट्रविरोधी भाषा करार दे रहे हैं।
नेहा सिंह राठौर सोशल मीडिया पर काफी मशहूर हैं। यूट्यूब पर उनके 8.7 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। वहीं एक्स पर करीब 1.5 लाख फॉलोअर्स और इंस्टाग्राम पर लगभग 69,000 फॉलोअर्स हैं।
लोक गायिका और व्यंग्यकार नेहा सिंह राठौर के खिलाफ मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक उनके खिलाफ वाराणसी के सिगरा थाने और लखनऊ के हज़रतगंज थाने समेत काशी के कई थानों में शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
हाल ही में दर्ज हुई FIR में उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को "कायर" और "जनरल डायर" कहने का आरोप है। ये मामला सोशल मीडिया पर आए उनके एक व्यंग्य गीत से जुड़ा है। FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 197(1)(a), 197(1)(d) और 353(2) के तहत दर्ज की गई है, जो राष्ट्रीय एकता और सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले बयानों से संबंधित हैं।
इसके अलावा, हज़रतगंज थाने (लखनऊ) में अप्रैल में उनके खिलाफ एक और गंभीर केस दर्ज हुआ था, जिसमें देशद्रोह जैसे आरोप भी शामिल हैं।
FIR के अनुसार, नेहा ने 23 अप्रैल को X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया था कि, "मोदी सरकार जाति और धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है...। पुलवामा की तरह इस बार भी वोट बटोरने के लिए पहलगाम हमले को इस्तेमाल किया जाएगा।"
इससे एक दिन पहले यानी 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें एक नेपाली नागरिक की भी मौत हो गई थी।
यह शिकायत कवि अभय प्रताप सिंह (अभय सिंह) ने हज़रतगंज थाने में दर्ज करवाई। उनका आरोप था कि नेहा बार-बार ऐसे पोस्ट करती हैं जो सांप्रदायिक तनाव बढ़ा सकते हैं, जातिगत नफरत फैला सकते हैं, और देशविरोधी माहौल बनाते हैं।