जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के अवंतीपारा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के चालीस जवान शहीद हो गए। पाकिस्तान के इस कायराना हमले के बाद देश आक्रोश में है। वहीं इसी बीच राजस्थान के अजमेर की ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के दीवान सैय्यद जैन उल आबदीन ने इसे गैर इस्लामिक हमला करार दिया है और दरगाह में पाकिस्तानियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा है कि हर साल पाकिस्तान से आने वाले मुस्लिम यात्रियों पर रोक लगा दी जाए।

उन्होंने पाकिस्तान की पुरजोर निंदा करते हुए कहा है कि अजमेर में आगामी उर्स में पाक जत्थे का आने की अनुमति नहीं दी जाए तथा पाकिस्तान से राजनयिक संबंध समाप्त किए जाएं। सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के वंशज अली खान ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है।
दरगाह के दीवान सैय्यद जैन उल आबदीन ने दुनिया के सभी देशों से भी आतंकी ग्रुप जैश ए मोहम्मद पर बैन लगाने की मांग की है। साथ ही इस हमले में शहीद हुए सभी जवानों को सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपए मुआवजा और उनके बच्चों के सुरक्षित कल के लिए उन्हें योग्य होने पर सरकारी नौकरी देने की मांग की है।

उन्होंने पाकिस्तान की पुरजोर निंदा करते हुए कहा है कि अजमेर में आगामी उर्स में पाक जत्थे का आने की अनुमति नहीं दी जाए तथा पाकिस्तान से राजनयिक संबंध समाप्त किए जाएं। सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के वंशज अली खान ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है।
दरगाह के दीवान सैय्यद जैन उल आबदीन ने दुनिया के सभी देशों से भी आतंकी ग्रुप जैश ए मोहम्मद पर बैन लगाने की मांग की है। साथ ही इस हमले में शहीद हुए सभी जवानों को सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपए मुआवजा और उनके बच्चों के सुरक्षित कल के लिए उन्हें योग्य होने पर सरकारी नौकरी देने की मांग की है।