शर्मनाकः पुलिस कांस्टेबल दलित दूल्हे को रोककर दी गई जातिसूचक गालियां, पुलिस की मौजूदगी हुई शादी

Written by Sabrangindia Staff | Published on: February 11, 2019
राजस्थान के जोधपुर से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां शनिवार की शाम बालेसर थानान्तर्गत दूगर गांव में बारात लेकर पहुंचे पुलिस कांस्टेबल दलित दूल्हे का रास्ता रोक लिया गया जिसके बाद जातिसूचक शब्दों से उसे अपमानित किया गया। रविवार को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।



जोधपुर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) की ओर से जारी बयान में बताया गया कि दूल्हे सवाईराम की ओर से 10 असामाजिक तत्वों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

राजस्थान पत्रिका की रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना की गंभीरता और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सीओ बालेसर अजीतसिंह उदावत के निर्देशन में देचू थानाधिकारी दीपसिंह, बालेसर थाने के एएसआइ धन्नाराम व हेड कांस्टेबल परबतसिंह के नेतृत्व में गठित टीमों ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस ने गांव के मौजीज लोगों को बुलाकर दोनों पक्षों की वार्ता भी की। रविवार को दूगर गांव में बालेसर डिप्टी अजितसिंह उदावत बालेसर, शेरगढ़, देचूथाने के जाब्ते के साथ दिनभर मौके पर मौजूद रहे। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेते हुए मौके पर ही दूल्हे सहित बारातियों के बयान रिकार्ड किए।  इसके बाद पुलिस की गश्त व निगरानी जारी रही।

पुलिस की मौजूदगी में विवाह शनिवार आधी रात को दूल्हे द्वारा मामला दर्ज कराने के बाद दूल्हा व बाराती थाने से दूगर गांव आए तथा पुलिस के पहरे में रविवार अल सुबह पांच बजे विवाह की रस्में निभाई गई। दूल्हा-दुल्हन ने शादी के फेरे लिए तथा रविवार दिन में भी विवाह की सारी रस्में पुलिस की उपस्थिति में सम्पन्न हुई और बारात को सकुशल रवाना किया गया।

रविवार को बालेसर उपखंड अधिकारी रोहित कुमार दूगर गांव पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली। वहीं पुलिस कांस्टेबल दलित दूल्हे के साथ हुई इस घटना को लेकर मेघवाल समाज शेरगढ व बालेसर के मौजिज लोगों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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