लखनऊ। सन 2014 के आमचुनाव से पहले पीएम मोदी अपनी रैलियों में बुलट ट्रेन की बातें करते थे, उन्होंने अपनी रैलियों में विकास के ढेर सारे वादे कर जनता को अपनी तरफ आकर्षित किया था। जिसके बाद उन्हें लोगों ने भर-भर के वोट दिया था और उनकी सरकार बनी थी। लेकिन जब वे अपने वादे पूरे नहीं कर पाए तो जनता उन पर सवाल उठाने लगी है। अब शायद लोग उनके विकास के वादों की तरफ आकर्षित नहीं होंगे तो इसलिए उन्होंने यूपी चुनाव की रैली में साम्प्रदायिक बयान देकर ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है।

उत्तर प्रदेश की फतेहपुर रैली में उन्होंने उत्तर प्रदेश की सपा सरकार पर कथित रूप से दो संप्रदायों के त्योहारों पर भी भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि ये सरकार एक ही धर्म के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि गांव में अगर कब्रिस्तान बनता है तो शमशान भी बनना चाहिए। रमजान में बिजली मिलती है तो दिवाली पर भी बिजली मिलनी चाहिए। होली पर बिजली मिलती है तो ईद पर भी बिजली मिलनी चाहिए। जाति धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। ऊंच-नीच नहीं होनी चाहिए। सरकार का काम है भेदभाव मुक्त शासन चलाना है ना कि भेदभाव करना।
पीएम मोदी के इस बयान के बाद चुनाव के मैदान में बड़ा तूफान खड़ा हो गया है, विरोधी पीएम पर चुनाव में वोट के लिए ध्रुवीकरण यानी हिंदू-मुस्लिम की बात करने का आरोप लगा रहे हैं। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी अपने इस बयान पर घिरते नजर आ रहे हैं।
उनके इस बयान पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने कड़ा एतराज जताया है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि प्रधानमंत्री को अपने पद की गरिमा को ध्यान रखना चाहिए। इस तरह के गलत और गैर-जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिएं। शर्मा ने चुनाव आयोग से भी पीएम के बयान पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
वहीं, कांग्रेस नेता सलमान सोज ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री के बयान की आलोचना की। सोज ने लिखा, 'यह आदमी गांधी के भारत का प्रधानमंत्री कैसे बन गया? कब्रिस्तान और श्मशान से पहले हमारे पास खेल मैदान होना चाहिए जहां हिंदू, मुस्लिम और दूसरे धर्मों के बच्चे एक साथ खेल सकें।
समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि पीएम ने फतेहपुर रैली में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, हम उसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी करेगी।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा हार रही है। इसलिए प्रधानमंत्री इस तरह के गैर जिम्मेदार आरोप लगा रहे हैं। पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं और पांचों जगह भाजपा बुरी तरह से हार रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव के तीसरे चरण के बाद ये साफ हो गया है कि उत्तर-प्रदेश में सपा और कांग्रेस का गठंबधन बहुमत से सरकार बनाएगा।
Courtesy: National Dastak

उत्तर प्रदेश की फतेहपुर रैली में उन्होंने उत्तर प्रदेश की सपा सरकार पर कथित रूप से दो संप्रदायों के त्योहारों पर भी भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि ये सरकार एक ही धर्म के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि गांव में अगर कब्रिस्तान बनता है तो शमशान भी बनना चाहिए। रमजान में बिजली मिलती है तो दिवाली पर भी बिजली मिलनी चाहिए। होली पर बिजली मिलती है तो ईद पर भी बिजली मिलनी चाहिए। जाति धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। ऊंच-नीच नहीं होनी चाहिए। सरकार का काम है भेदभाव मुक्त शासन चलाना है ना कि भेदभाव करना।
पीएम मोदी के इस बयान के बाद चुनाव के मैदान में बड़ा तूफान खड़ा हो गया है, विरोधी पीएम पर चुनाव में वोट के लिए ध्रुवीकरण यानी हिंदू-मुस्लिम की बात करने का आरोप लगा रहे हैं। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी अपने इस बयान पर घिरते नजर आ रहे हैं।
उनके इस बयान पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने कड़ा एतराज जताया है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि प्रधानमंत्री को अपने पद की गरिमा को ध्यान रखना चाहिए। इस तरह के गलत और गैर-जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिएं। शर्मा ने चुनाव आयोग से भी पीएम के बयान पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
वहीं, कांग्रेस नेता सलमान सोज ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री के बयान की आलोचना की। सोज ने लिखा, 'यह आदमी गांधी के भारत का प्रधानमंत्री कैसे बन गया? कब्रिस्तान और श्मशान से पहले हमारे पास खेल मैदान होना चाहिए जहां हिंदू, मुस्लिम और दूसरे धर्मों के बच्चे एक साथ खेल सकें।
समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि पीएम ने फतेहपुर रैली में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, हम उसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी करेगी।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा हार रही है। इसलिए प्रधानमंत्री इस तरह के गैर जिम्मेदार आरोप लगा रहे हैं। पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं और पांचों जगह भाजपा बुरी तरह से हार रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव के तीसरे चरण के बाद ये साफ हो गया है कि उत्तर-प्रदेश में सपा और कांग्रेस का गठंबधन बहुमत से सरकार बनाएगा।
Courtesy: National Dastak