पाकिस्तान में दलित समुदाय की पहली महिला सांसद कृष्णा कुमारी कोहली को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर संसद सत्र की अध्यक्षता करने का मौका मिला। कृष्णा को पाकिस्तान संसद के ऊपरी सदन में शुक्रवार को कृष्णा को इस सीट पर देखकर कई सांसद खुश थे तो कुछ हैरान थे।
पाकिस्तान के सांसद फैसल जावेद ने इस बारे में ट्वीट किया और जानकारी दी। उन्होंने अपनी ट्वीट में लिखा, 'पाकिस्तान के चेयरमैन सीनेट ने फैसला किया कि वह हमारी साथी कृष्णा कुमारी जिन्हें किशू बाई के तौर पर भी जानते हैं, उन्हें आज महिला दिवस के मौके पर सीनेट की अध्यक्षता करने दी जाए।'
दलित सांसद कृष्णा ने कहा, 'मैं खुद को सौभाग्यशाली समझती हूं जो मुझे इस सीट पर बैठने का मौका मिला है।' पिछले वर्ष मार्च में कृष्णा को सांसद चुना गया था।
कृष्णा सांसद होने के अलावा मानवाधिकार कार्यकर्ता भी हैं। वह पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान के मुस्लिम समुदाय में मौजूद बंधुआ मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ रही हैं। कृष्णा, पाकिस्तान के उस कोहली समुदाय से आती हैं जो यहां के सिंध प्रांत के तहत आने वाले नागरपाकर इलाके के गांव धाना गाम का रहने वाला है। इस इलाके में हिंदुओं की संख्या बहुत कम है। नवंबर में बीबीसी की ओर उन्हें दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली महिलाओं वाली लिस्ट के लिए चुना गया था।
पाकिस्तान के सांसद फैसल जावेद ने इस बारे में ट्वीट किया और जानकारी दी। उन्होंने अपनी ट्वीट में लिखा, 'पाकिस्तान के चेयरमैन सीनेट ने फैसला किया कि वह हमारी साथी कृष्णा कुमारी जिन्हें किशू बाई के तौर पर भी जानते हैं, उन्हें आज महिला दिवस के मौके पर सीनेट की अध्यक्षता करने दी जाए।'
दलित सांसद कृष्णा ने कहा, 'मैं खुद को सौभाग्यशाली समझती हूं जो मुझे इस सीट पर बैठने का मौका मिला है।' पिछले वर्ष मार्च में कृष्णा को सांसद चुना गया था।
कृष्णा सांसद होने के अलावा मानवाधिकार कार्यकर्ता भी हैं। वह पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान के मुस्लिम समुदाय में मौजूद बंधुआ मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ रही हैं। कृष्णा, पाकिस्तान के उस कोहली समुदाय से आती हैं जो यहां के सिंध प्रांत के तहत आने वाले नागरपाकर इलाके के गांव धाना गाम का रहने वाला है। इस इलाके में हिंदुओं की संख्या बहुत कम है। नवंबर में बीबीसी की ओर उन्हें दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली महिलाओं वाली लिस्ट के लिए चुना गया था।