पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमले किए. उन्होने कहा कि पिछले चार साल में मोदी सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही. अब देश में वैकल्पिक विमर्श पर गौर करने और अपनाने की जरूरत है। मनमोहन सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल की किताब ‘शेड्स ऑफ ट्रथ-ए जर्नी डिरेल्ड’ के लांच के मौके पर बोल रहे थे.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बीजेपी सरकार पर कृषि संकट, खराब आर्थिक स्थिति और पड़ोसी देशों के साथ बिगड़ते संबंधों का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने देश में मौजूद कृषि संकट का सकारात्मक ढंग से सामना नहीं किया। किसान को अभी तक उनके उत्पाद के लाभकारी मूल्य नहीं दिए गए।”
उन्होंने कहा कि सिब्बल की किताब मोदी सरकार के 4 सालों के कार्यकाल का समग्र विश्लेषण है। उन्होंने कहा, “इसमें सरकार द्वारा 2014 लोकसभा चुनाव से पहले किए गए उन असफल वादों के बारे में बताया गया है, जिसे सरकार पूरा करने में विफल रही।”
मोदी के दो करोड़ नौकरियां देने के वादे पर उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में रोजगार दर में कमी आई है।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार द्वारा बड़ी संख्या में रोजगार सृजन के आंकड़े से लोग संतुष्ट नहीं हैं। औद्योगिक उत्पादन और आयात सुस्त हुआ है। मेक इन इंडिया और स्टैंड अप इंडिया जैसे कार्यक्रम औद्योगिक उप्तादन में अभी तक पर्याप्त प्रभाव नहीं डाल पाए हैं।”
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बीजेपी सरकार पर कृषि संकट, खराब आर्थिक स्थिति और पड़ोसी देशों के साथ बिगड़ते संबंधों का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने देश में मौजूद कृषि संकट का सकारात्मक ढंग से सामना नहीं किया। किसान को अभी तक उनके उत्पाद के लाभकारी मूल्य नहीं दिए गए।”
उन्होंने कहा कि सिब्बल की किताब मोदी सरकार के 4 सालों के कार्यकाल का समग्र विश्लेषण है। उन्होंने कहा, “इसमें सरकार द्वारा 2014 लोकसभा चुनाव से पहले किए गए उन असफल वादों के बारे में बताया गया है, जिसे सरकार पूरा करने में विफल रही।”
मोदी के दो करोड़ नौकरियां देने के वादे पर उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में रोजगार दर में कमी आई है।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार द्वारा बड़ी संख्या में रोजगार सृजन के आंकड़े से लोग संतुष्ट नहीं हैं। औद्योगिक उत्पादन और आयात सुस्त हुआ है। मेक इन इंडिया और स्टैंड अप इंडिया जैसे कार्यक्रम औद्योगिक उप्तादन में अभी तक पर्याप्त प्रभाव नहीं डाल पाए हैं।”