उठो नेहरू अब आँखे खोलो
गंगाजल लाया मुंह धो लो
हुई मतगणना कमल दल फूले
उसपर अपने साहेब झूले
भक्त स्माइल करते खिलकर
चुनाव आयोग साथ में मिलकर
नभ में बस है भगवा छाया
सब है विशुद्ध भक्तों की माया
साहेब अब खूब काम करेंगे
जग में देश का नाम करेंगे
दलित आदिवासी फिर मरेगा
समाज सेवियों से जेल भरेगा
शिक्षा का बजट कम होगा
रक्षा बजट का वड़क्कम होगा
पहलू मरेगा गाय बचेगी
राम मंदिर की बात चलेगी
कोई रोहित फिर मरेगा
कोई उनका क्या करेगा
आलस छोड़ो चादर फेंको
उनको काम करने से रोको
आया अवसर फिर मत खोओ
नेहरू उठो और मत सोओ।
गंगाजल लाया मुंह धो लो
हुई मतगणना कमल दल फूले
उसपर अपने साहेब झूले
भक्त स्माइल करते खिलकर
चुनाव आयोग साथ में मिलकर
नभ में बस है भगवा छाया
सब है विशुद्ध भक्तों की माया
साहेब अब खूब काम करेंगे
जग में देश का नाम करेंगे
दलित आदिवासी फिर मरेगा
समाज सेवियों से जेल भरेगा
शिक्षा का बजट कम होगा
रक्षा बजट का वड़क्कम होगा
पहलू मरेगा गाय बचेगी
राम मंदिर की बात चलेगी
कोई रोहित फिर मरेगा
कोई उनका क्या करेगा
आलस छोड़ो चादर फेंको
उनको काम करने से रोको
आया अवसर फिर मत खोओ
नेहरू उठो और मत सोओ।