नई दिल्ली। पहलू ख़ान और अकबर ख़ान की हत्या से बदनाम हुआ राजस्थान का अलवर ज़िला मॉब लिंचिंग की वजह से एक बार फिर शर्मसार है। रविवार यानी 30 दिसंबर की सुबह करीब चार बजे ज़िले के मिर्ज़ापुर गांव के मोहम्मद सगीर कथित गोरक्षकों के हत्थे चढ़ गया। गोतस्करी के शक में भीड़ ने उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।
गंभीर रूप से घायल सगीर फिलहाल अलवर के ज़िला अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक सगीर के शरीर पर कई चोटें लगी हैं। मारपीट की वजह से वह सदमे में हैं, जिससे उसका ब्लड प्रेशर बहुत कम हो गया है। सगीर के साथ उसका साथी मुश्ताक भी था, लेकिन वह जान बचाकर भागने में सफल रहा।
बताया जा रहा है कि कथित तस्करों की गाड़ी में 6 गायें थीं जिन्हें लेकर वे जा रहे थे। जिले के किशनगढ़बास के बघेरी खुर्द में गो तस्करों को पकड़ा गया। पुलिस ने गायों को गोशाला भेज दिया है जबकि भीड़ की चपेट में आने वाले घायल को किशनगढ़बास अस्पताल में भर्ती कराया था, जिसे बाद में जिला अस्पताल भेज दिया गया।
बता दें कि अलवर ऐसी जगह रही है, जहां गो तस्करी के नाम पर भीड़ द्वारा मार-पीट करने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। अलवर के रामगढ़ में गोतस्करी और मॉब लिंचिंग की घटनाएं देशव्यापी चर्चा का विषय बनी है। पहलू और रकबर खान भी अलवर के इसी इलाके में भीड़ का शिकार बने थे।
गौरतलब है कि अलवर के रामगढ़ थाना क्षेत्र के लालवंडी गांव में 21 जुलाई को रकबर खान की कथित गोरक्षकों की पिटाई के बाद रामगढ़ थाने में मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर काफी सियासी हंगामा खड़ा हुआ था। इसके बाद कथित गो रक्षकों पर लगाम लगाने के लिए कई कदम उठाए थे। पुलिस ने निपटने के लिए 110 कथित गो रक्षकों की सूची तैयार की थी।
इस घटना को लेकर अलवर पुलिस ने गोरक्षकों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जिसके आधार पर कानून अपने हाथ में लेने और गुंडागर्दी करने वाले 25 गोरक्षकों को पुलिस ने नामजद किया था। इना नामजद गोरक्षकों को अदालत से पाबंद करा दिया गया था जबकि एक दर्जन गोरक्षकों के खिलाफ धारा 110 के तहत कार्रवाई की गई थी। अब ये गोरक्षक अगर दोबारा अपराध में लिप्त पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ डोजियर भी खोले जाएंगे।
इसी तरह पहलू खान की भी कथित गो रक्षकों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। अलवर में अप्रैल 2017 में 55 साल के पहलू खान की गोरक्षकों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जिस वक्त उनपर हमला किया गया था उस वक्त वह राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे थे। डेयरी बिजनेस करने वाले पहलू खान की हमले के 2 दिन बाद मौत हो गई थी।
गंभीर रूप से घायल सगीर फिलहाल अलवर के ज़िला अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक सगीर के शरीर पर कई चोटें लगी हैं। मारपीट की वजह से वह सदमे में हैं, जिससे उसका ब्लड प्रेशर बहुत कम हो गया है। सगीर के साथ उसका साथी मुश्ताक भी था, लेकिन वह जान बचाकर भागने में सफल रहा।
बताया जा रहा है कि कथित तस्करों की गाड़ी में 6 गायें थीं जिन्हें लेकर वे जा रहे थे। जिले के किशनगढ़बास के बघेरी खुर्द में गो तस्करों को पकड़ा गया। पुलिस ने गायों को गोशाला भेज दिया है जबकि भीड़ की चपेट में आने वाले घायल को किशनगढ़बास अस्पताल में भर्ती कराया था, जिसे बाद में जिला अस्पताल भेज दिया गया।
बता दें कि अलवर ऐसी जगह रही है, जहां गो तस्करी के नाम पर भीड़ द्वारा मार-पीट करने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। अलवर के रामगढ़ में गोतस्करी और मॉब लिंचिंग की घटनाएं देशव्यापी चर्चा का विषय बनी है। पहलू और रकबर खान भी अलवर के इसी इलाके में भीड़ का शिकार बने थे।
गौरतलब है कि अलवर के रामगढ़ थाना क्षेत्र के लालवंडी गांव में 21 जुलाई को रकबर खान की कथित गोरक्षकों की पिटाई के बाद रामगढ़ थाने में मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर काफी सियासी हंगामा खड़ा हुआ था। इसके बाद कथित गो रक्षकों पर लगाम लगाने के लिए कई कदम उठाए थे। पुलिस ने निपटने के लिए 110 कथित गो रक्षकों की सूची तैयार की थी।
इस घटना को लेकर अलवर पुलिस ने गोरक्षकों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जिसके आधार पर कानून अपने हाथ में लेने और गुंडागर्दी करने वाले 25 गोरक्षकों को पुलिस ने नामजद किया था। इना नामजद गोरक्षकों को अदालत से पाबंद करा दिया गया था जबकि एक दर्जन गोरक्षकों के खिलाफ धारा 110 के तहत कार्रवाई की गई थी। अब ये गोरक्षक अगर दोबारा अपराध में लिप्त पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ डोजियर भी खोले जाएंगे।
इसी तरह पहलू खान की भी कथित गो रक्षकों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। अलवर में अप्रैल 2017 में 55 साल के पहलू खान की गोरक्षकों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जिस वक्त उनपर हमला किया गया था उस वक्त वह राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे थे। डेयरी बिजनेस करने वाले पहलू खान की हमले के 2 दिन बाद मौत हो गई थी।