लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए मतदान शुरू हो गया है। इस चरण में दिल्ली समेत 7 राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है। इस राउंड में एसपी चीफ अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, राधामोहन सिंह, हर्षवर्धन, ज्योतारादित्य सिंधिया जैसे दिग्गज चेहरों की चुनावी किस्मत का फैसला होना है।
इस बार जहां यूपी में एसपी-बीएसपी गठबंधन बीजेपी को तगड़ी चुनौती दे रहा है, वहीं कांग्रेस हरियाणा और मध्य प्रदेश में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है। बंगाल में टीएमसी को बीजेपी से कड़ी चुनौती मिल रही है जहां उसकी जमीन नई जमीन तलाशने पर है।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी की नजर अपनी सीटों को उल्लेखनीय ढंग से बढ़ाने पर है। पार्टी बंगाल से उन राज्यों में होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई करना चाह रही है, जहां पिछली बार उसने तकरीबन सभी सीटों पर कब्जा जमाया था या फिर अभूतपूर्व प्रदर्शन किया था।
छठे चरण में जिन 59 सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें से 46 सीटों पर बीजेपी या उसके सहयोगियों ने 2014 में जीत हासिल की थी। पिछले चुनाव में उसने उस शिखर को छुआ था, जिसकी कोई भी पार्टी सपना ही देख सकती है। बीजेपी ने यूपी की 14 में से 13 सीटों, हरियाणा की 10 में से 7 सीटों, एमपी की 8 में से 7, बिहार की सभी 8, दिल्ली की सभी 7 और झारखंड की भी सभी 4 सीटों पर कब्जा जमाया था।
इस बार बीजेपी जहां हरियाणा और बिहार में मजबूत स्थिति में दिख रही है। वहीं, दिल्ली में विपक्ष के बंटे होने का सीधे-सीधे बीजेपी को फायदा मिलता दिख रहा है। यूपी में हालांकि, अब लड़ाई पूर्वांचल में पहुंच चुका है जहां एसपी-बीएसपी गठबंधन का सामाजिक अंकगणित बीजेपी के लिए राह कठिन कर रहा है।
इस बार जहां यूपी में एसपी-बीएसपी गठबंधन बीजेपी को तगड़ी चुनौती दे रहा है, वहीं कांग्रेस हरियाणा और मध्य प्रदेश में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है। बंगाल में टीएमसी को बीजेपी से कड़ी चुनौती मिल रही है जहां उसकी जमीन नई जमीन तलाशने पर है।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी की नजर अपनी सीटों को उल्लेखनीय ढंग से बढ़ाने पर है। पार्टी बंगाल से उन राज्यों में होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई करना चाह रही है, जहां पिछली बार उसने तकरीबन सभी सीटों पर कब्जा जमाया था या फिर अभूतपूर्व प्रदर्शन किया था।
छठे चरण में जिन 59 सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें से 46 सीटों पर बीजेपी या उसके सहयोगियों ने 2014 में जीत हासिल की थी। पिछले चुनाव में उसने उस शिखर को छुआ था, जिसकी कोई भी पार्टी सपना ही देख सकती है। बीजेपी ने यूपी की 14 में से 13 सीटों, हरियाणा की 10 में से 7 सीटों, एमपी की 8 में से 7, बिहार की सभी 8, दिल्ली की सभी 7 और झारखंड की भी सभी 4 सीटों पर कब्जा जमाया था।
इस बार बीजेपी जहां हरियाणा और बिहार में मजबूत स्थिति में दिख रही है। वहीं, दिल्ली में विपक्ष के बंटे होने का सीधे-सीधे बीजेपी को फायदा मिलता दिख रहा है। यूपी में हालांकि, अब लड़ाई पूर्वांचल में पहुंच चुका है जहां एसपी-बीएसपी गठबंधन का सामाजिक अंकगणित बीजेपी के लिए राह कठिन कर रहा है।