61वें दिन भी कैद में कश्मीर, जुमा की वजह से आज और कड़ी हुई सुरक्षा

Written by sabrang india | Published on: October 4, 2019
नई दिल्ली। आज अभी थोड़ी देर पहले वाशिंगटन पोस्ट को श्रीनगर से रिपोर्ट करने वाले पत्रकार शम्स इरफान से बात हुई। उन्होंने बताया कि आज जुमा है लिहाजा प्रशासन ने शाम चार बजे तक लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है। उनका घर पंपोर में है जो श्रीनगर से तकरीबन 15 किमी दूर है। वह रोजाना सुबह 11 बजे वहां से श्रीनगर आते हैं। लेकिन आज वह श्रीनगर इसलिए नहीं आ पाएंगे क्योंकि रास्ते में सुरक्षा बल के जवान ढेर सारी पूछताछ और दिक्कतें खड़ी करते हैं। अगर एक पत्रकार के लिए अपने घर से निकलना मुश्किल हो रहा है जो कि वहीं का रहने वाला है तो आम लोगों के लिए कितना मुश्किल होगा इसको समझना किसी के लिए कठिन नहीं है।



कश्मीर में लॉकडाउन का आज 61वां दिन है। अगर सरकार और उसका पालतू मीडिया कह रहा है कि सब कुछ सामान्य हो गया है। और सड़कों पर गाड़ियां और आम लोग चलने लगे हैं तो इरफान की यह रिपोर्ट किस तस्वीर को पेश करती है उसके बारे में उन्हें जरूर सोचना चाहिए।

इरफान ने बताया कि इस पाबंदी के पीछे प्रशासन का मकसद लोगों के समूह को एक जगह एकत्रित होने से रोकना है। उसको आशंका है कि अगर लोग एकत्रित होंगे तो फिर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो जाएगा और वह किस स्तर का होगा उसका उन्हें भी कोई अंदाजा नहीं है।

चूंकि लोगों को अपने इलाकों से निकलने पर पाबंदी लगा दी गयी है लिहाजा किसी मस्जिद में भी कोई बड़ी जुटान नहीं हो पाएगी। लोग आस-पास की छोटी मस्जिदों या फिर अपने घरों में जुमा की नमाज पढ़ेंगे।

नोट: जनचौक के संपादक महेंद्र मिश्रा हाल ही में कश्मीर की यात्रा से लौटे हैं। वे अपनी वेबसाइट पर वहां की आंखों देखी तस्वीर को कश्मीर बुलेटिन के नाम से प्रकाशित कर रहे हैं। महेंद्र मिश्रा की यह रिपोर्ट जनचौक से साभार प्रकाशित की गई है।)



 

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