नई दिल्ली। प्रोफेसर नजमा अख्तर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया का कुलपति नियुक्त किया गया है। वह संस्थान की पहली महिला कुलपति हैं। एक सरकारी आदेश में कहा गया है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया अधिनियम 1988 के तहत प्राप्त अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए भारत के राष्ट्रपति ने जामिया के विजिटर की हैसियत से नई दिल्ली स्थित एनआईईपीएम में प्रोफेसर नजमा अख्तर को पांच साल के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया का कुलपति नियुक्त किया है।
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सरकार ने पद के लिए आईआईटी-दिल्ली के एसएम इश्तियाक, एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज के महासचिव फुरकान कमर के नाम भी छांटे थे। बता दें, मंत्रालय ने जामिया मिलिया इस्लामिया (दिल्ली), महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी (मोतिहारी, बिहार) और महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय (वर्धा महाराष्ट्र) के वाइस चांसलर की नियुक्त के लिए राष्ट्रपति को कुल 9 नाम (हर यूनिवर्सिटी के लिए 3 नाम) भेजे थे। केंद्रीय विश्वविद्यालय के विजिटर के तौर पर राष्ट्रपति इन नामों को स्वीकृति देते हैं।
मणिपुर की राज्यपाल नजपा हेपतुल्ला जामिया की कुलाधिपति हैं। पिछले साल तलत अहमद के कश्मीर विश्वविद्यालय के प्रमुख के तौर पर जाने के बाद से जामिया में बिना कुलपति के काम हो रहा था। बता दें, जामिया मिल्लिया इस्लामिया की स्थापना 1920 में की गई थी। स्थापना के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी महिला को कुलपति के पद नियुक्त किया गया हो।
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सरकार ने पद के लिए आईआईटी-दिल्ली के एसएम इश्तियाक, एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज के महासचिव फुरकान कमर के नाम भी छांटे थे। बता दें, मंत्रालय ने जामिया मिलिया इस्लामिया (दिल्ली), महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी (मोतिहारी, बिहार) और महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय (वर्धा महाराष्ट्र) के वाइस चांसलर की नियुक्त के लिए राष्ट्रपति को कुल 9 नाम (हर यूनिवर्सिटी के लिए 3 नाम) भेजे थे। केंद्रीय विश्वविद्यालय के विजिटर के तौर पर राष्ट्रपति इन नामों को स्वीकृति देते हैं।
मणिपुर की राज्यपाल नजपा हेपतुल्ला जामिया की कुलाधिपति हैं। पिछले साल तलत अहमद के कश्मीर विश्वविद्यालय के प्रमुख के तौर पर जाने के बाद से जामिया में बिना कुलपति के काम हो रहा था। बता दें, जामिया मिल्लिया इस्लामिया की स्थापना 1920 में की गई थी। स्थापना के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी महिला को कुलपति के पद नियुक्त किया गया हो।