महिला यौन हिंसा में अव्वल भारत

Written by Uttam Kumar | Published on: June 28, 2018
जिस देश में महिलाओं की पूजा होती उस देश के लिए चौंकाने वाली खबर है कि भारत महिला यौन हिंसा में दुनिया में पहले नंबर पर है। जब प्रधानमंत्री एक बड़े से पत्थर पर योग का वीडियो बना रहे थे ऐसे समय में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यह खबर हमें शर्मशार कर देती है। थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन की ओर से जारी किए गए एक सर्वे में महिलाओं के प्रति यौन हिंसा, मानव तस्करी और यौन व्यापार में ढकेले जाने के आधार पर भारत को महिलाओं के लिए खतरनाक बताया है।




इस सर्वे के अनुसार महिलाओं के मुद्दे पर युद्धग्रस्त अफगानिस्तान दूसरे, सीरिया तीसरे, सोमालिया चौथे और सउदी अरब पांचवें स्थान पर हैं। 550 विशेषज्ञों के द्वारा महिला मुद्दों पर नजर रखने वाले जानकारी तथा सच पर आधारित इस रिपोर्ट को सरकार ने मात्र मामले की रिपोर्टिंग बड़ी होने के कारण झुठलाने की कोशिश की है। सर्वे के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में अमेरिका में महिलाओं के प्रति हिंसा की गतिविधियां बढ़ी हैं। इस सर्वे में 193 देशों को शामिल किया गया था, जिनमें से महिलाओं के लिए बदतर शीर्ष 10 देशों का चयन किया गया था जिसमें अमेरिका महिला उत्पीड़न के मामले में 10वें स्थान पर है।

इस सर्वे को 26 मार्च से 4 मई के बीच ऑनलाइन, टेलीफोन के माध्यम के साथ साथ लोगों से मिलकर बातचीत कर पूरा कराया गया। इसमें यूरोप, अफ्रीका, अमेरिका, दक्षिण-पूर्व एशिया के पेशेवर, शिक्षाविद, स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारी, गैर सरकारी संगठन के लोग, नीति निर्माता, विकास विशेषज्ञ और सामाजिक टिप्पणीकार शामिल हैं। 2011 में हुए ऐसे ही सर्वे में अफगानिस्तान, कांगो, पाकिस्तान, भारत और सोमालिया महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश माने गए थे। एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि 2007 से 2016 के बीच महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध में 83 फीसदी का इजाफा हुआ है। साथ ही हर घंटे में 4 रेप के मामले दर्ज किए जाते हैं। सर्वे के मुताबिक, भारत मानव तस्करी, यौन हिंसा, सांस्कृतिक व धार्मिक परंपराओं के कारण और महिलाओं को सेक्स धंधों में ढकेलने के लिहाज से अव्वल है।

हैरत की बात है कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने इस सर्वे के परिणामों पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस सर्वे को सिरे से मानने से इंकार कर दिया है। सर्वेक्षण में पूछा गया कि 193 संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों में से महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक पांच देश कौन से हैं और स्वास्थ्य, आर्थिक संसाधन, सांस्कृतिक और पारंपरिक प्रथाओं, यौन हिंसा, उत्पीडऩ, गैर-यौन हिंसा और मानव तस्करी के मामले में कौन सा देश सबसे खराब है?

एनसीआरबी के रिपोर्ट अनुसार हर दिन यौन हमले के 100 मामले पुलिस में दर्ज होती है। 2016-17 में इसमें 12 प्रतिशत का इजाफा हुआ है तथा 2007 से 2016 के बीच इसमें 83 प्रतिशत वृद्धि देखी गई है।भारत को मानव तस्करी, यौन उत्पीडऩ और सेक्स स्लेवरी, घरेलू गुलामी और जबरदस्ती विवाह कराने और भ्रूणहत्या कराने के आधार पर भी महिलाओं के लिए सबसे ख़तरनाक देश बताया है। इस लिस्ट में पाकिस्तान नंबर 6 पर है, जबकि विससित देशों में अकेला अमेरिका का स्थान दसवां है।

अफगानिस्तान आर्थिक संसाधनों, स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी और यौन हिंसा के कारण तीसरे स्थान पर है। वहीं सीरिया और सोमालिया में लंबे समय से चल रहे युद्ध के कारण महिलाओं की स्थिति काफी खराब हुई है। सीरिया में स्वास्थ्य सुविधाओं तक महिलाओं की कोई पहुंच नहीं है और सोमालिया में सांस्कृतिक व धार्मिक परंपराओं के कारण भी महिलाएं परेशान हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीरिया में सरकारी बलों द्वारा महिलाओं के साथ यौन हिंसा की जाती है।

घरेलू हिंसा और बाल विवाह के मामले बढ़ रहे हैं और बच्चे को जन्म देते हुए महिलाओं की मृत्युदर में वृद्धि हो रही है और इस सबका कहीं अंत नहीं दिखता है। वहीं, सोमालिया में कानून लागू करने वाली संस्थाएं कमजोर हो चुकी हैं। सऊदी अरब में कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ भेदभाव होता है। सांस्कृतिक व धार्मिक परंपराओं के कारण भी महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं।हालांकि, हाल के सालों में कुछ सुधार देखा गया है। लेकिन अभी भी काफी कुछ किए जाने की जरूरत है। पाकिस्तान में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा, इज्जत के नाम पर हत्या के मामले सामने आए हैं।

वहीं अमेरिका पिछले साल हुई मीटू कैम्पेन के कारण 10वें स्थान पर रहा। जोड़ता जाऊंगा कि भारत में आदिवासी क्षेत्रों और दलितों के साथ पिछले चार साल में सबसे अधिक बलात्कार के मामले प्रकाश में आए हैं। जिसे थानों में दर्ज ही नहीं किया गया है। बढ़ते गरीबी जातिव्यवस्था और असमानता के कारण भारत में महिलाएं सेक्स वर्कर के कामों में धकेली जा रही है।

(य़े लेखक के निजी विचार हैं। उत्तर कुमार वरिष्ठ पत्रकार और दक्षिण कौशल के एडिटर इन चीफ हैं।)

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