हरियाणा: CM मनोहर लाल खट्टर को ग्रामीणों ने घेरा, बोले घर से नहीं निकलने देंगे, भारी पुलिस बल तैनात

Written by sabrang india | Published on: May 26, 2023
"हरियाणा के महेंद्रगढ़ के दोगड़ा अहीर गांव में लोगों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का घेराव कर दिया। बड़ी संख्या में जुटे ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि CM को घर से नहीं निकलने दिया जायेगा। खास है कि सीएम जनसंवाद कार्यक्रम के लिए 3 दिन से महेंद्रगढ़ में हैं। गुरुवार को सीएम ने दोगड़ा अहीर में रात्रि ठहराव किया था। मामला दोगड़ा अहीर के बजाय पड़ोस के सिहमा गांव को उप तहसील का दर्जा देने का है। पूरे मामले के लिए खट्टर ने अफसरों पर ठीकरा फोड़ा है।"



हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के जनसंवाद का विरोध बढ़ता जा रहा है। महेंद्रगढ़ जिले में भारी संख्या में लोग सीएम के कार्यक्रम के विरोध में उतर आये हैं। ई टीवी व भास्कर की खबर के अनुसार, बड़ी संख्या में जमा लोगों ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल का घेराव कर दिया। महेंद्रगढ़ में मनोहर लाल के जनसंवाद का कल तीसरा दिन था। इस दौरान सीएम ने अटेली विधानसभा के गांव दोगड़ा अहीर में रात्रि ठहराव किया था। जब इसकी खबर मिली तो भारी संख्या में लोग मुख्यमंत्री के ठहराव स्थल पर पहुंच गये। लोगों ने चेतावनी दी है कि मुख्यमंत्री को घर से निकलने नहीं दिया जायेगा। 

दोगड़ा अहीर को उप-तहसील बनाने की मांग

सीएम के कार्यक्रम स्थल पर पहुंची भीड़ में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि महेंद्रगढ़ में जन संवाद कार्यक्रम के लिए पहुंचे सीएम ने गुरुवार को जिले के सिहमा को उप-तहसील का दर्जा देने का ऐलान किया था। इस बात को लेकर वहां के लोग भड़क गये। दोगड़ा अहीर के लोगों ने सिहमा को उप-तहसील बनाने का विरोध शुरू कर दिया और सड़क पर उतर आए। लोग दोगड़ा अहीर को उप-तहसील बनाने की मांग कर रहे हैं। विरोध के चलते ही गुरुवार की रात में मुख्यमंत्री से मिलने तक कोई नहीं गया।



शुक्रवार की सुबह होते ही ग्रामीणों ने उस जगह का घेराव कर दिया, जहां मुख्यमंत्री ठहरे हुए हैं। लोगों के भारी विरोध को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल लगा दिया गया है। सुरक्षा बल के जवान लोगों से बातचीत करके उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन लोग अभी तक सहमत नहीं हुए हैं। लोगों की मांग है कि सिहमा की जगह दोगड़ा अहीर को उप-तहसील का दर्जा दिया जाए। 


सीएम खट्टर का घेराव करती महिलाएं

उनका कहना है कि उनका गांव दोगड़ा अहीर, सिहमा से बड़ा है, इसलिए उसे भी उप तहसील बनाया जाना चाहिए। खास बात यह है कि CM मनोहर रात को इसी दोगड़ा अहीर गांव में रुके हुए थे। गुस्साए ग्रामीणों ने CM के घेराव का ऐलान कर दिया। इलाके के विधायक उन्हें मनाने आए तो ग्रामीणों ने उनका भी जमकर विरोध कर बैरंग लौटा दिया। विधायक के सामने ही लोगों ने उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधायक को पुलिस ने भीड़ के बीच से किसी तरह बाहर निकालकर भेजा। विधायक समेत सभी बड़े अधिकारी लोगों को समझाने की कोशिश करते रहे लेकिन लोग दोगड़ा अहीर को उप-तहसील बनाने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।

ग्रामीण CM से मिलने नहीं गए

उपतहसील ने बनाए जाने के विरोध के चलते गुरुवार रात को CM से गांव का कोई शख्स मिलने नहीं गया। शुक्रवार सुबह गांव के लोग और महिलाएं उनके प्रवास निवास के बाहर विरोध करने पहुंच गए। जहां पर मुख्यमंत्री ठहरे थे। महिलाओं ने चेतावनी दी थी कि मुख्यमंत्री के बाहर निकलते ही वे उनका घेराव करेंगी।

मौके पर तैनात भारी पुलिस बल

तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। मुख्यमंत्री के घेराव की सूचना मिलते ही DG सीआईडी आलोक मौके पर पहुंचे। पुलिस बल भी बुला लिया गया। दोगड़ा अहीर के लोगों ने रात में ही एकत्रित होकर मुख्यमंत्री के विरोध का ऐलान कर दिया था। सुबह होते ही बड़ी संख्या में वो सीएम के पास पहुंच गए। महिलाओं की संख्या ज्यादा होने के कारण महिला पुलिस बल भी मौके पर बुला लिया गया। SP विक्रांत भूषण पहले से प्रदर्शन स्थल पर मौजूद थे।



CM ने अफसरों पर फोड़ा ठीकरा

नाराजगी का पता चलते ही CM मनोहर लाल खट्टर ने दोगड़ा अहीर के लोगों को बातचीत के लिए बुलाया। मीटिंग में उन्होंने (CM खट्टर ने), उप तहसील के लिए गांवों की फिजिबिलिटी रिपोर्ट को लेकर अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ा। CM ने कहा कि अधिकारियों से सिहमा को उप तहसील बनाने संबंधी फिजिबिलिटी रिपोर्ट अधिकारियों से मांगी थी। अधिकारियों ने उनको सही फिजिबिलिटी रिपोर्ट उपलब्ध नहीं करवाई। उन्हें नहीं पता था कि दोगड़ा अहीर की भी ऐसी मांग है। अब वे दोनों गांव की फिजिबिलिटी रिपोर्ट मंगवाएंगे। जिस गांव की रिपोर्ट सही होगी, उसी को ही उप तहसील बनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अटेली विधानसभा में जब भी जनसंवाद कार्यक्रम होगा, वह इसकी घोषणा कर देंगे। जिसके बाद ग्रामीणों ने विरोध बंद कर दिया। इस मीटिंग में अटेली के विधायक सीताराम यादव भी मौजूद रहे। इसके बाद सीएम जनसंवाद कार्यक्रम के लिए नांगल सिरोही के लिए रवाना हो गए।

लगातार करना पड़ रहा विरोध का सामना

मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जनसंवाद कार्यक्रम में लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है। सिरसा से भी ऐसी खबर पहले आ चुकी है, जब ग्रामीणों ने अपनी मांग को लेकर हंगामा कर दिया था। CM मनोहर ने सिरसा में जनसंवाद किया था। यहां तीनों दिन उन्हें विरोध झेलना पड़ा। पहले किसानों ने सीएम के कार्यक्रम में घुसने की कोशिश की। फिर आम आदमी पार्टी नेता को लेकर सीएम गुस्से में आ गए और उसे पीटकर बाहर निकालने को कहा। इसके बाद एक महिला सरपंच नैना झोरड़ ने अपना दुपट्‌टा सिर से उतारकर सीएम के पैरों में फेंक दिया। यह देख महिला पुलिसकर्मियों ने जबरन उसे पकड़कर स्टेज से नीचे उतारा।

AAP ने कहा - यही होगा

इस मामले में आम आदमी पार्टी भी कूद गई है। AAP के सीनियर स्टेट वाइस प्रेजिडेंट अनुराग ढांडा ने कहा कि अगर जनसंवाद में मुख्यमंत्री जनता की ही नहीं सुनेंगे तो ऐसा ही होगा।

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