गुरमेहर कौर ने अब दिल्ली छोड़ दी है और बलात्कार की धमकियां मिलने के बाद वह डरी हुई है। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं। नेता, अभिनेता, खिलाड़ियों समेत कई नामी-गिरामी लोग इस मामले में कूद पड़े है। अब गुरमेहर के दादा कंवलजीत सिंह गुरमेहर के बचाव में सामने आए है।
गुरमेहर के दादा कंवलजीत सिंह ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया और विरोधियों को फटकार लगाई। गुरमेहर के दादा कंवलजीत सिंह ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा धमकी देने वाले क्या कर लेंगे। मैंने अपना बेटा खोया है, मेरी पोती को भी मार डालेंगे।
कंवलजीत सिंह ने कहा कि मेरी पोती ने ऐसी कोई बात नहीं की जो देश के खिलाफ हो। मेरी पोती सिर्फ 21 साल की है और लोग जाने क्या-क्या बहस कर रहे हैं। एक सांसद और एक मंत्री ने भी बोल दिया कि ये देशद्रोह का काम है। उन्होंने कहा-मुझे अपनी पोती की चिंता नहीं है। अधिक से अधिक वे इसे मार ही देंगे ना। पहले भी अपना बेटा करगिल युद्ध के दौरान खो चुका हूं।
कंवलजीत सिंह ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान 6 अगस्त 1999 को देश के 26 दुश्मनों को मारने के बाद मेरा बेटा मंदीप शहीद हो गया। उस वक्त भी सरकार बीजेपी वालों की थी। लेकिन उन्होंने हमें कुछ नहीं दिया। अब भी सरकार की इन्हीं की है क्या कर रहे हैं ये? कमलजीत सिंह बताते हैं कि वे स्थानीय तहसील कांप्लेक्स में बूथ चलाते हैं और वहां पर फोटोस्टेट के अलावा छोटे मोटे काम करते हैं।
आपको बता दे कि इस मामले पर ‘जनता का रिपोर्टर’ में एडिटर-इन-चीफ रिफत जावेद ने अपने खास कार्यक्रम Speak Up India के पहले एडिशन में बताया कि गुरमेहर का मन प्रदूषित होने की बात एक जिम्मेदार मंत्री किस प्रकार से कर सकता है जबकि बलात्कार की धमकियां देने वाले AVBP के लोगों को मंत्री महोदय कुछ भी नसीहत देने की बजाय उल्टे गुरमेहर पर ही आरोप मढ़ रहे है।
Courtesy: Janta Ka Reporter
गुरमेहर के दादा कंवलजीत सिंह ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया और विरोधियों को फटकार लगाई। गुरमेहर के दादा कंवलजीत सिंह ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा धमकी देने वाले क्या कर लेंगे। मैंने अपना बेटा खोया है, मेरी पोती को भी मार डालेंगे।
कंवलजीत सिंह ने कहा कि मेरी पोती ने ऐसी कोई बात नहीं की जो देश के खिलाफ हो। मेरी पोती सिर्फ 21 साल की है और लोग जाने क्या-क्या बहस कर रहे हैं। एक सांसद और एक मंत्री ने भी बोल दिया कि ये देशद्रोह का काम है। उन्होंने कहा-मुझे अपनी पोती की चिंता नहीं है। अधिक से अधिक वे इसे मार ही देंगे ना। पहले भी अपना बेटा करगिल युद्ध के दौरान खो चुका हूं।
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