मोदी जी आप सही कह रहे हैं वाकई इन चार सालों में जो हुआ है वह सत्तर सालो में नही हुआ, आप ताल ठोक कर अपने मित्र पूंजीपतियों को बड़े बड़े ठेके दिलवा रहे हैं और आपके भक्त इस बात पर शर्मिंदा होने के बजाए वाह वाह कर रहे हैं.
गांधी जी की आपके सामने क्या बिसात वो एकाध बार कभी बिड़ला के घर जाकर रहे होंगे आप तो नित्य प्रति अडानी के प्लेन में उड़ते रहे हो उनकी शादी में आपने मुख्य मेजबान की भूमिका निभाई है वैसे गाँधी जी की नीयत का तो हमे मालूम है आपकी नीयत पर थोड़ी शंका है.
आप घोटालेबाज उद्योगपतियों के साथ न सिर्फ खड़े हो बल्कि उन्हें भगवाने में आपकी भूमिका स्पष्ट दिखाई देती है 'हमारे मेहुल भाई' का उदाहरण तो सामने ही है माल्या भी आपकी ही पार्टी की मदद से ही राज्यसभा पुहंचे थे.
आपने बिल्कुल ठीक कहा कि पिछली सरकारों के पास इच्छाशक्ति नहीं थी और उनके इरादे स्पष्ट नहीं थे, आपके देश के संसाधनों को अपने पूंजीपति मित्रो के हाथों लुटवाने के इरादे भी स्पष्ट दिख रहे और आपकी इच्छाशक्ति भी दिख रही है.
आप कह रहे हैं कि 'देश में कोई भी ऐसा उद्योगपति नहीं होगा जो पहले की सरकार के सामने जाकर दंडवत ना होता हो' , पहले उद्योगपति सरकार के सामने दण्डवत होते थे अब सरकार उद्योगपतियों के सामने दंडवत हो रही है.
आप बोल रहे कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना बहुत संकोच से कह रहे थे कि 60 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है' वे संकोच से क्यो नही कहेंगे वो भी जानते हैं कि वास्तविक रूप में इस निवेश की हकीकत क्या है ऐसे हजारों करोड़ के निवेश की घोषणा हर प्रदेश के इन्वेस्टर मीट में हर साल की जाती है लेकिन ये योजनाए सिर्फ बड़ी बड़ी जमीन हड़पने के लिए लाई जाती है सिर्फ फाइलों में उद्योग लगा दिए जाते हैं ठोस कुछ भी नही होता.
वाकई में संसाधनों की लूट के सारे रिकॉर्ड ब्रेक हो जाएंगे आपके पांच सालों में , यह वाकई रिकॉर्ड ब्रेकिंग सेरेमनी हैं.
गांधी जी की आपके सामने क्या बिसात वो एकाध बार कभी बिड़ला के घर जाकर रहे होंगे आप तो नित्य प्रति अडानी के प्लेन में उड़ते रहे हो उनकी शादी में आपने मुख्य मेजबान की भूमिका निभाई है वैसे गाँधी जी की नीयत का तो हमे मालूम है आपकी नीयत पर थोड़ी शंका है.
आप घोटालेबाज उद्योगपतियों के साथ न सिर्फ खड़े हो बल्कि उन्हें भगवाने में आपकी भूमिका स्पष्ट दिखाई देती है 'हमारे मेहुल भाई' का उदाहरण तो सामने ही है माल्या भी आपकी ही पार्टी की मदद से ही राज्यसभा पुहंचे थे.
आपने बिल्कुल ठीक कहा कि पिछली सरकारों के पास इच्छाशक्ति नहीं थी और उनके इरादे स्पष्ट नहीं थे, आपके देश के संसाधनों को अपने पूंजीपति मित्रो के हाथों लुटवाने के इरादे भी स्पष्ट दिख रहे और आपकी इच्छाशक्ति भी दिख रही है.
आप कह रहे हैं कि 'देश में कोई भी ऐसा उद्योगपति नहीं होगा जो पहले की सरकार के सामने जाकर दंडवत ना होता हो' , पहले उद्योगपति सरकार के सामने दण्डवत होते थे अब सरकार उद्योगपतियों के सामने दंडवत हो रही है.
आप बोल रहे कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना बहुत संकोच से कह रहे थे कि 60 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है' वे संकोच से क्यो नही कहेंगे वो भी जानते हैं कि वास्तविक रूप में इस निवेश की हकीकत क्या है ऐसे हजारों करोड़ के निवेश की घोषणा हर प्रदेश के इन्वेस्टर मीट में हर साल की जाती है लेकिन ये योजनाए सिर्फ बड़ी बड़ी जमीन हड़पने के लिए लाई जाती है सिर्फ फाइलों में उद्योग लगा दिए जाते हैं ठोस कुछ भी नही होता.
वाकई में संसाधनों की लूट के सारे रिकॉर्ड ब्रेक हो जाएंगे आपके पांच सालों में , यह वाकई रिकॉर्ड ब्रेकिंग सेरेमनी हैं.