नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के तीन चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। किस पार्टी को बहुमत मिलेगा यह कहा नहीं जा सकता लेकिन तीसरे चरण के चुनाव के मतदान के बाद प्रधानमंत्री विपक्ष के नेताओं के साथ दोस्ती की बात कहते नजर आए। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार को दिए एक साक्षात्कार में बुधवार को पीएम मोदी ने अपनी तारीफों के पुल बांधने के साथ ही विपक्षी नेताओं के साथ दोस्ती की बात कही।
इसमें उन्होंने दो नेताओं के नाम लिए, पहला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दूसरा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद। अभी पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ममता बनर्जी को काफी कोस रहे थे और एक बार उन्हें स्पीड ब्रेकर भी बता चुके हैं लेकिन उन्होंने आज कहा कि वे बहुत अच्छे दोस्त हैं और कभी कभार भोजन भी साथ करते हैं।
23 मई को रिजल्ट खुलने से पहले यहां नई राजनीतिक चर्चाओं को बल मिला है। मोदी ने कहा कि अगर मैं ऐसा कहूं तो मुझे चुनाव में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन ममता दीदी मुझे हर साल एक बार कुर्ता भेजती हैं, जिसे वह खुद चुनती हैं।"(मोदी दिल खोलकर हँसते हैं)।"
मोदी इसके बाद गुलाम नबी आज़ाद के बारे में बताते हैं। वे कहते हैं उनके साथ वर्षों से सांसद साथी के तौर पर बातचीत करते हैं। “हम एक परिवार की तरह हैं। इसे बाहर से नहीं समझा जा सकता है।
पिछले सप्ताह मोदी ममता बनर्जी के खिलाफ आग उगलकर सुर्खियों में रहे थे। उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी एक बच्चे की तरह व्यवहार कर रही हैं, वे मेरे खिलाफ एफआईआर भी करा सकती हैं। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि दीदी को बंगाल के लोगों से ज्यादा गुंडों से स्नेह है।
इस इंटरव्यू के बाद इस बात पर कोई संदेह नहीं होगा कि क्या ममता केंद्र में बहुसंख्यक बीजेपी/एनडीए सरकार को समर्थन देने के लिए तैयार रहेंगी। साथ ही बीजेपी को लेकर भी कई तरह की अटकलें बढ़ गई हैं कि इस बार जो मोदी लहर बताई जा रही है उसके फुस्स होने का अंदेशा प्रधानमंत्री और मोदी को हो चुका है?
इसमें उन्होंने दो नेताओं के नाम लिए, पहला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दूसरा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद। अभी पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ममता बनर्जी को काफी कोस रहे थे और एक बार उन्हें स्पीड ब्रेकर भी बता चुके हैं लेकिन उन्होंने आज कहा कि वे बहुत अच्छे दोस्त हैं और कभी कभार भोजन भी साथ करते हैं।
23 मई को रिजल्ट खुलने से पहले यहां नई राजनीतिक चर्चाओं को बल मिला है। मोदी ने कहा कि अगर मैं ऐसा कहूं तो मुझे चुनाव में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन ममता दीदी मुझे हर साल एक बार कुर्ता भेजती हैं, जिसे वह खुद चुनती हैं।"(मोदी दिल खोलकर हँसते हैं)।"
मोदी इसके बाद गुलाम नबी आज़ाद के बारे में बताते हैं। वे कहते हैं उनके साथ वर्षों से सांसद साथी के तौर पर बातचीत करते हैं। “हम एक परिवार की तरह हैं। इसे बाहर से नहीं समझा जा सकता है।
पिछले सप्ताह मोदी ममता बनर्जी के खिलाफ आग उगलकर सुर्खियों में रहे थे। उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी एक बच्चे की तरह व्यवहार कर रही हैं, वे मेरे खिलाफ एफआईआर भी करा सकती हैं। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि दीदी को बंगाल के लोगों से ज्यादा गुंडों से स्नेह है।
इस इंटरव्यू के बाद इस बात पर कोई संदेह नहीं होगा कि क्या ममता केंद्र में बहुसंख्यक बीजेपी/एनडीए सरकार को समर्थन देने के लिए तैयार रहेंगी। साथ ही बीजेपी को लेकर भी कई तरह की अटकलें बढ़ गई हैं कि इस बार जो मोदी लहर बताई जा रही है उसके फुस्स होने का अंदेशा प्रधानमंत्री और मोदी को हो चुका है?