अहमदनगर के एक गांव में कुछ लोगों ने तीन युवकों को निर्वस्त्र कर पेड़ पर उल्टा लटका दिया। साथ ही चोरी के बारे में पूछकर बेरहमी से पीटा गया।
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में श्रीरामपुर तालुका के हरेगांव में दलित उत्पीड़न की घटना सामने आई है। यहां बकरी और कबूतर चुराने के संदेह में तीन दलित युवकों को एक पेड़ से बांध दिया गया और पीटा गया। इस मामले में दलित संगठन के आक्रामक होने के बाद पुलिस ने तत्काल कदम उठाते हुए केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। घटना के विरोध में हरेगांव में बंद रखा गया। पुलिस ने कहा कि संबंधितों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। मामला दर्ज कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना हरेगांव में मजदूरी करने वाले तीन दलित युवकों के साथ हुई है। शक जताया गया कि इन युवकों ने उंदिरगांव में गलांडे की बस्ती से एक बकरी और चार कबूतर चुराए हैं। फिर कुछ दबंगों ने तीनों युवकों को निर्वस्त्र कर पेड़ से उल्टा लटका दिया। चोरी के बारे में पूछने पर उन्हें बेरहमी से पीटा गया।
पीड़ित परिवारों का कहना है कि उनके साथ अमानवीय कृत्य किया गया। इस पिटाई में शुभम वाघाड़े, कुणाल मगर, ओम गायकवाड गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ये युवा और उनके परिवार मजदूरी करके अपना जीवन गुजारते हैं।
इस घटना की जानकारी मिलने पर श्रीरामपुर में रिपब्लिकन संगठन के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे। इनमें सुरेंद्र थोराट, प्रदीप थोराट, दीपक ओहाल, नाना खरात, अक्षय मघाड़े, अमोल शिंदे, मिलिंद सोनावणे शामिल हैं। पुलिस से सूचना मिलने के बाद श्रीरामपुर की अपर पुलिस अधीक्षक स्वाति भोर, पुलिस उपाधीक्षक संदीप मिटके अस्पताल पहुंचे और पीड़ित युवक से पूछताछ की। उनके और उनके रिश्तेदारों के बयान दर्ज किए गए।
इस बीच प्रदीप थोराट ने चेतावनी दी है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। नहीं तो हम पीछे नहीं हटेंगे। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इसलिए पुलिस ने नागरिकों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है।
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यह घटना हरेगांव में मजदूरी करने वाले तीन दलित युवकों के साथ हुई है। शक जताया गया कि इन युवकों ने उंदिरगांव में गलांडे की बस्ती से एक बकरी और चार कबूतर चुराए हैं। फिर कुछ दबंगों ने तीनों युवकों को निर्वस्त्र कर पेड़ से उल्टा लटका दिया। चोरी के बारे में पूछने पर उन्हें बेरहमी से पीटा गया।
पीड़ित परिवारों का कहना है कि उनके साथ अमानवीय कृत्य किया गया। इस पिटाई में शुभम वाघाड़े, कुणाल मगर, ओम गायकवाड गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ये युवा और उनके परिवार मजदूरी करके अपना जीवन गुजारते हैं।
इस घटना की जानकारी मिलने पर श्रीरामपुर में रिपब्लिकन संगठन के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे। इनमें सुरेंद्र थोराट, प्रदीप थोराट, दीपक ओहाल, नाना खरात, अक्षय मघाड़े, अमोल शिंदे, मिलिंद सोनावणे शामिल हैं। पुलिस से सूचना मिलने के बाद श्रीरामपुर की अपर पुलिस अधीक्षक स्वाति भोर, पुलिस उपाधीक्षक संदीप मिटके अस्पताल पहुंचे और पीड़ित युवक से पूछताछ की। उनके और उनके रिश्तेदारों के बयान दर्ज किए गए।
इस बीच प्रदीप थोराट ने चेतावनी दी है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। नहीं तो हम पीछे नहीं हटेंगे। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इसलिए पुलिस ने नागरिकों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है।
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