मध्यप्रदेश में कर्ज से परेशान एक और किसान की मौत हो गई। सतना में कर्ज वसूली के दबाव में किसान भैयालाल पटेल की ब्रेन हेमरेज से मौत होने के बाद स्थानीय लोगों ने उसके शव को लेकर चक्काजाम कर दिया।

नईदुनिया के मुताबिक, गांव वालों का आरोप है कि भैयालाल पटेल ने बीरपुर के मध्यांचल बैंक से 5 साल पहले करीब 90 हजार रुपए का कर्ज लिया था जो बढ़कर दो लाख रुपए हो गया था और बार-बार फसल बर्बाद होने के कारण वह कर्ज चुका नहीं पा रहा था। उधर बैंक के कर्मचारी उस पर लगातार दबाव डाल रहे थे।
मंगलवार को भी बैंक कर्मचारी किसान के घर गए और उसे बीरपुर बैंक शाखा ले गए थे। घरवालों का आरोप है कि बैंक मैनेजर और अन्य बैंक कर्मचारियों ने भैयालाल को प्रताड़ित किया और उसे जेल भेजने की धमकी दी। बाद में बैंक वाले उसे घर के सामने छोड़ गए थे।
इसके बाद से भैयालाल पटेल बेहद तनाव में था जिस कारण उसकी तबीयत खराब हो गई। उसे इलाज के लिए जबलपुर रेफर कर किया गया जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
किसान की मौत के बाद नाराज ग्रामीण पिथौराबाद के पोंडी चौराहे पर पहुंचे और किसान का शव सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की खबर मिलन पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझा-बुझाकर चक्काजाम खत्म करवाया लेकिन ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं।
दैनिक भास्कर के अनुसार, किसानों ने कहा कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती तो वो बीरपुर बैंक शाखा के सामने किसान के शव को रखकर धरना देंगे।

नईदुनिया के मुताबिक, गांव वालों का आरोप है कि भैयालाल पटेल ने बीरपुर के मध्यांचल बैंक से 5 साल पहले करीब 90 हजार रुपए का कर्ज लिया था जो बढ़कर दो लाख रुपए हो गया था और बार-बार फसल बर्बाद होने के कारण वह कर्ज चुका नहीं पा रहा था। उधर बैंक के कर्मचारी उस पर लगातार दबाव डाल रहे थे।
मंगलवार को भी बैंक कर्मचारी किसान के घर गए और उसे बीरपुर बैंक शाखा ले गए थे। घरवालों का आरोप है कि बैंक मैनेजर और अन्य बैंक कर्मचारियों ने भैयालाल को प्रताड़ित किया और उसे जेल भेजने की धमकी दी। बाद में बैंक वाले उसे घर के सामने छोड़ गए थे।
इसके बाद से भैयालाल पटेल बेहद तनाव में था जिस कारण उसकी तबीयत खराब हो गई। उसे इलाज के लिए जबलपुर रेफर कर किया गया जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
किसान की मौत के बाद नाराज ग्रामीण पिथौराबाद के पोंडी चौराहे पर पहुंचे और किसान का शव सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की खबर मिलन पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझा-बुझाकर चक्काजाम खत्म करवाया लेकिन ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं।
दैनिक भास्कर के अनुसार, किसानों ने कहा कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती तो वो बीरपुर बैंक शाखा के सामने किसान के शव को रखकर धरना देंगे।