पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच मशहूर गीतकार एवं पटकथा लेखक जावेद अख़्तर ने कहा है कि भारत में आतंकवाद प्रायोजित करने का पाकिस्तान का एजेंडा उनकी समझ से परे है.
ज़ावेद अख़्तर ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि उनका (पाकिस्तान) एजेंडा क्या है और आतंकवाद को प्रायोजित कर उन्हें क्या हासिल होगा? यह सच्चाई किसी से छिपी हुई नहीं है कि वे (पाकिस्तान) आतंकवादी संगठनों का समर्थन करते हैं लेकिन वे बार-बार इससे इनकार करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘आतंकवादी समूह जैश-ए-महमूद का संस्थापक मसूद अजहर को भारतीय जेल से तब छोड़ा गया, जब उन्होंने (जैश) एक भारतीय विमान का अपहरण कर लिया था और उसके बाद वह कैसे कांधार से पाकिस्तान पहुंचा? अगर वे (पाकिस्तान) ईमानदार शासन चलाते हैं तो फिर उसे गिरफ्तार क्यों नहीं करते.’
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने बार-बार आतंक का समर्थन कर भारत पर युद्ध जैसी स्थिति थोप दी है. सीमा पर जो कुछ हो रहा है, वह आतंकवाद है और उस पर रोक लगनी चाहिए. यह स्थिति हम पर थोप दी गई है. यह हमारी पसंद नहीं थी लेकिन अब यह हमारे ऊपर आ गई है तो हम क्या करें? कितनी बार और कब तक हम चुप रहेंगे?’
उन्होंने कहा, हमें कभी न कभी तो प्रतिक्रिया देनी ही होगी, जिस प्रकार की चर्चा चल रही है, वह खतरनाक है और वह किसी को भी पंसद नहीं है.
उन्होंने बॉलीवुड में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर हो रही बहस पर कहा, ‘ये मामूली चीजें हैं. उन्हें छोड़िये. यह कोई बड़ी बात नहीं है. सीमा पर जो हो रहा है, वह आतंकवाद है और उस पर रोक लगनी चाहिए.’
ज़ावेद अख़्तर ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि उनका (पाकिस्तान) एजेंडा क्या है और आतंकवाद को प्रायोजित कर उन्हें क्या हासिल होगा? यह सच्चाई किसी से छिपी हुई नहीं है कि वे (पाकिस्तान) आतंकवादी संगठनों का समर्थन करते हैं लेकिन वे बार-बार इससे इनकार करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘आतंकवादी समूह जैश-ए-महमूद का संस्थापक मसूद अजहर को भारतीय जेल से तब छोड़ा गया, जब उन्होंने (जैश) एक भारतीय विमान का अपहरण कर लिया था और उसके बाद वह कैसे कांधार से पाकिस्तान पहुंचा? अगर वे (पाकिस्तान) ईमानदार शासन चलाते हैं तो फिर उसे गिरफ्तार क्यों नहीं करते.’
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने बार-बार आतंक का समर्थन कर भारत पर युद्ध जैसी स्थिति थोप दी है. सीमा पर जो कुछ हो रहा है, वह आतंकवाद है और उस पर रोक लगनी चाहिए. यह स्थिति हम पर थोप दी गई है. यह हमारी पसंद नहीं थी लेकिन अब यह हमारे ऊपर आ गई है तो हम क्या करें? कितनी बार और कब तक हम चुप रहेंगे?’
उन्होंने कहा, हमें कभी न कभी तो प्रतिक्रिया देनी ही होगी, जिस प्रकार की चर्चा चल रही है, वह खतरनाक है और वह किसी को भी पंसद नहीं है.
उन्होंने बॉलीवुड में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर हो रही बहस पर कहा, ‘ये मामूली चीजें हैं. उन्हें छोड़िये. यह कोई बड़ी बात नहीं है. सीमा पर जो हो रहा है, वह आतंकवाद है और उस पर रोक लगनी चाहिए.’