पश्चिम बंगाल के जाने माने कवि श्रीजतो बंदोपाध्याय की विवादस्पद कविता को कथित गलती से हटाए जाने के एक दिन बाद 25 मार्च को फेसबुक अधिकारियों ने माफी मांगते हुए उनकी फेसबुक वॉल पर बहाल कर दिया। फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि कविता गलती से हट गई थी और अब उसे बहाल कर दिया गया है। यह एक गलती थी और हमें खेद है।
बता दें कि श्रीजतो बंदोपाध्याय ने 12 पंक्तियों की अभिशाप (कर्स) नामक कविता 19 मार्च को फेसबुक पर पोस्ट की थी। इसी दिन योगी आदित्यनाथ ने यूपी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण किया था। जिसके बाद सिलीगुड़ी के एक छात्र के उनके खिलाफ कथित तौर पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आपराधिक मामला दर्ज कराए जाने के बाद इसे फेसबुक से हटा दिया गया था।
शिकायत करने वाला छात्र हिंदू समिति का सदस्य है और उसका कहना है कि कविता की आखिरी दो पंक्तियां विशेष तौर पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं। मामले के तूल पकड़ने के बाद श्रीजतो फेसबुक पर ट्रेंड कर रहे थे। श्रीजतो ने उन पर की गई टिप्पणियों में से कुछ को धमकी भरा बताते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग भी की थी।
इस बीच एक अन्य पोस्ट में श्रीजतो ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं मीडिया का उनके साथ खड़े रहने के लिए शुक्रिया अदा किया। गौरतलब है कि इस मुद्दे पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी श्रीजात का साथ देने की बात कही थी।
Courtesy: Janta Ka Reporter
बता दें कि श्रीजतो बंदोपाध्याय ने 12 पंक्तियों की अभिशाप (कर्स) नामक कविता 19 मार्च को फेसबुक पर पोस्ट की थी। इसी दिन योगी आदित्यनाथ ने यूपी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण किया था। जिसके बाद सिलीगुड़ी के एक छात्र के उनके खिलाफ कथित तौर पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आपराधिक मामला दर्ज कराए जाने के बाद इसे फेसबुक से हटा दिया गया था।
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