त्योहारी सीजन के बीच ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी अशोक लीलैंड ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, अक्टूबर में कंपनी देश के अलग-अलग हिस्सों में 15 दिन तक प्रोडक्शन का काम ठप रखेगी। हिंदुजा ग्रुप की अशोक लीलैंड की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘अक्टूबर के महीने में 2-15 दिनों तक कंपनी के अलग-अलग स्थानों के प्लांट में उत्पादन (Production) का काम नहीं होगा।’’
हालांकि कंपनी ने उन प्लांट का जिक्र नहीं किया है जहां प्रोडक्शन बंद रहेगा। यह लगातार दूसरा महीना है जब अशोक लीलैंड ने अपने प्लांट बंद रखने का फैसला लिया है। इससे पहले सितंबर में कंपनी ने प्लांट्स में 5 से 18 दिन तक कामकाज बंद रखने का ऐलान किया था।
बहरहाल, अशोक लीलैंड की ओर से यह फैसला त्योहारी सीजन में लिया गया है। यह सीजन ऑटो सेक्टर के लिए 'गोल्डन पीरियड' माना जाता है। सरकार भी यह मान रही है कि त्योहारी सीजन में ऑटो सेक्टर की सुस्ती दूर होगी।
इससे पहले अशोक लीलैंड ने कार्यकारी स्तर के कर्मचारियों के लिए कंपनी से अलग होने की योजना की घोषणा भी की थी। इसके तहत कंपनी ने कर्मचारियों के लिये नोटिस जारी कर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) और कर्मचारी अलगाव योजना (ईएसएस) का ऑफर दिया है। कंपनी ने यह योजना ऐसे समय पेश की जब उसके कर्मचारी बोनस बढ़ाने को लेकर हड़ताल पर थे।
बता दें कि अशोक लीलैंड की सितंबर महीने में कमर्शियल वाहनों की कुल बिक्री 55 फीसदी गिरकर 8,780 वाहन रह गई। कंपनी ने एक साल पहले इसी महीने में 19,374 वाहन बेचे थे। कंपनी के मुताबिक घरेलू बाजार में उसकी कुल कमर्शियल वाहन बिक्री 56।57 फीसदी गिरकर 7,851 वाहनों पर रही, जो सितंबर 2018 में 18,078 इकाइयों पर थी। इस दौरान, कंपनी की मध्यम और भारी कमर्शियल वाहनों की बिक्री 69 फीसदी गिरकर 4,035 वाहन रह गई। एक साल पहले की इसी महीने में यह आंकड़ा 13,056 इकाई था। वहीं, हल्के कॉमर्शियल वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री 24 फीसदी गिरकर 3,816 इकाई पर रही, जो सितंबर, 2018 में 5,022 वाहन पर थी।
हालांकि कंपनी ने उन प्लांट का जिक्र नहीं किया है जहां प्रोडक्शन बंद रहेगा। यह लगातार दूसरा महीना है जब अशोक लीलैंड ने अपने प्लांट बंद रखने का फैसला लिया है। इससे पहले सितंबर में कंपनी ने प्लांट्स में 5 से 18 दिन तक कामकाज बंद रखने का ऐलान किया था।
बहरहाल, अशोक लीलैंड की ओर से यह फैसला त्योहारी सीजन में लिया गया है। यह सीजन ऑटो सेक्टर के लिए 'गोल्डन पीरियड' माना जाता है। सरकार भी यह मान रही है कि त्योहारी सीजन में ऑटो सेक्टर की सुस्ती दूर होगी।
इससे पहले अशोक लीलैंड ने कार्यकारी स्तर के कर्मचारियों के लिए कंपनी से अलग होने की योजना की घोषणा भी की थी। इसके तहत कंपनी ने कर्मचारियों के लिये नोटिस जारी कर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) और कर्मचारी अलगाव योजना (ईएसएस) का ऑफर दिया है। कंपनी ने यह योजना ऐसे समय पेश की जब उसके कर्मचारी बोनस बढ़ाने को लेकर हड़ताल पर थे।
बता दें कि अशोक लीलैंड की सितंबर महीने में कमर्शियल वाहनों की कुल बिक्री 55 फीसदी गिरकर 8,780 वाहन रह गई। कंपनी ने एक साल पहले इसी महीने में 19,374 वाहन बेचे थे। कंपनी के मुताबिक घरेलू बाजार में उसकी कुल कमर्शियल वाहन बिक्री 56।57 फीसदी गिरकर 7,851 वाहनों पर रही, जो सितंबर 2018 में 18,078 इकाइयों पर थी। इस दौरान, कंपनी की मध्यम और भारी कमर्शियल वाहनों की बिक्री 69 फीसदी गिरकर 4,035 वाहन रह गई। एक साल पहले की इसी महीने में यह आंकड़ा 13,056 इकाई था। वहीं, हल्के कॉमर्शियल वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री 24 फीसदी गिरकर 3,816 इकाई पर रही, जो सितंबर, 2018 में 5,022 वाहन पर थी।