नताशा को पिछले साल मई में अरेस्ट कर लिया गया था, उन पर आरोप था कि फरवरी महीने में उत्तर दिल्ली में हुए दंगों की साजिश में वो शामिल रही थीं। उन पर UAPA के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल वो दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं।
'पिंजरा तोड़' की एक्टिविस्ट नताशा नरवाल दिल्ली दंगों के संबंध में तिहाड़ जेल में हैं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमित हो जाने के कारण उनके पिता की मौत हो गई। नताशा को पिछले साल मई में अरेस्ट कर लिया गया था, उन पर आरोप था कि फरवरी महीने में उत्तर दिल्ली में हुए दंगों की साजिश में शामिल रही थीं। उन पर UAPA के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल वे दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं।
नताशा के परिवार से करीबी एक शख्स ने बताया ''महावीर नरवाल जेल में बंद अपनी बेटी से बात नहीं कर सके, उनका बेटा आकाश जो खुद कोरोना संक्रमित है वो पिता के साथ थे। लेफ्ट एक्टिविस्ट और सिविल सोसाइटी के जागरूक नागरिक लगातार मांग कर रहे हैं कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए राजनीतिक कैदियों को रिहा कर दिया जाए।
वरिष्ठ पत्रकार-कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सरकार पर तीखा वार किया है। वे कोरोना महामारी के समय में नताशा नरवाल सहित तमाम राजनीतिक बंदियों की रिहाई की मांग कर चुकी हैं।
कम्युनिस्ट पार्टी (एम) की बड़ी नेता वृंदा करात ने कहा ''नताशा और उसके भाई से मेरी भारी सहानुभूति है। एक घोर अन्याय का सिस्टम है जिसके कारण गलत तरीके से एक साल से जेल में बंद एक बेटी अंतिम समय में भी अपने पिता को नहीं देख सकी।''
दिल्ली की एक अदालत ने नताशा नरवाल की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत ने पिंजरा टॉड कार्यकर्ता नताशा नरवाल की जमानत अर्जी का इस आधार पर निस्तारण किया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप "प्रथम दृष्ट्या सत्य" थे।
'पिंजरा तोड़' की एक्टिविस्ट नताशा नरवाल दिल्ली दंगों के संबंध में तिहाड़ जेल में हैं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमित हो जाने के कारण उनके पिता की मौत हो गई। नताशा को पिछले साल मई में अरेस्ट कर लिया गया था, उन पर आरोप था कि फरवरी महीने में उत्तर दिल्ली में हुए दंगों की साजिश में शामिल रही थीं। उन पर UAPA के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल वे दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं।
नताशा के परिवार से करीबी एक शख्स ने बताया ''महावीर नरवाल जेल में बंद अपनी बेटी से बात नहीं कर सके, उनका बेटा आकाश जो खुद कोरोना संक्रमित है वो पिता के साथ थे। लेफ्ट एक्टिविस्ट और सिविल सोसाइटी के जागरूक नागरिक लगातार मांग कर रहे हैं कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए राजनीतिक कैदियों को रिहा कर दिया जाए।
वरिष्ठ पत्रकार-कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सरकार पर तीखा वार किया है। वे कोरोना महामारी के समय में नताशा नरवाल सहित तमाम राजनीतिक बंदियों की रिहाई की मांग कर चुकी हैं।
कम्युनिस्ट पार्टी (एम) की बड़ी नेता वृंदा करात ने कहा ''नताशा और उसके भाई से मेरी भारी सहानुभूति है। एक घोर अन्याय का सिस्टम है जिसके कारण गलत तरीके से एक साल से जेल में बंद एक बेटी अंतिम समय में भी अपने पिता को नहीं देख सकी।''
दिल्ली की एक अदालत ने नताशा नरवाल की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत ने पिंजरा टॉड कार्यकर्ता नताशा नरवाल की जमानत अर्जी का इस आधार पर निस्तारण किया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप "प्रथम दृष्ट्या सत्य" थे।