दिल्ली में वायु प्रदूषण के विरोध में इंडिया गेट पर हुए प्रदर्शन के दौरान पिछले हफ्ते मारे गए माओवादी कमांडर हिड़मा के पोस्टर दिखाए जाने और पुलिस पर कथित रूप से मिर्ची स्प्रे किए जाने से विवाद बढ़ गया। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज कर 22 लोगों को गिरफ्तार किया।

दिल्ली में रविवार 23 नवंबर को वायु प्रदूषण के खिलाफ किए गए एक प्रदर्शन के दौरान विवाद तब बढ़ गया, जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने पिछले सप्ताह आंध्र प्रदेश में मुठभेड़ में मारे गए माओवादी कमांडर माड़वी हिड़मा के पोस्टर प्रदर्शित किए। यह प्रदर्शन नई दिल्ली के इंडिया गेट स्थित सी-हेक्सागन क्षेत्र में किया गया था।
द वायर की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस का कहना है कि जब प्रदर्शनकारियों ने हटने से इनकार किया, तो 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर मिर्ची स्प्रे का भी इस्तेमाल किया।
एक अधिकारी ने बताया, “दिल्ली पुलिस ने दो थानों में एफआईआर दर्ज की है और अब तक 22 लोगों को हिरासत में लिया गया है।” उन्होंने कहा, “कर्तव्य पथ थाने में छह पुरुष प्रदर्शनकारियों को बीएनएस की धाराओं 74, 79, 115(2), 132, 221, 223 और 61(2) के तहत गिरफ्तार किया गया है।”
अधिकारी ने आगे बताया, “दूसरी एफआईआर संसद मार्ग थाने में दर्ज की गई है, जिसके तहत बाकी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ बीएनएस की धाराएं 223A, 132, 221, 121A, 126(2) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।”
दिल्ली के बढ़ते वायु प्रदूषण के विरोध में प्रदर्शन
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के खिलाफ कुछ लोग इंडिया गेट पर इकट्ठा हुए। अधिकारियों के मुताबिक, जब पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की, तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने कथित रूप से पुलिसकर्मियों पर मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारी सी-हेक्सागन के पास जमा हुए थे और उन्हें यह सूचित किया गया था कि उनके प्रदर्शन के कारण एम्बुलेंसों और मेडिकल टीमों के रास्ते में बाधा पैदा हो रही थी।
नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला ने बताया कि यह पहली बार है जब किसी प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों पर मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया गया।
उन्होंने कहा, “हमने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की कि आपातकालीन वाहन वहीं फंसे हुए हैं और उन्हें रास्ते की जरूरत है, लेकिन वे हटने को तैयार नहीं थे। इसके बाद स्थिति हाथापाई तक पहुंच गई और कुछ लोगों ने हमारे पुलिसकर्मियों पर मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया।”
अधिकारी के अनुसार, “तीन से चार पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं और उनका इलाज चल रहा है।”
द दिल्ली कोऑर्डिनेशन कमेटी फॉर क्लीन एयर ने अपने बयान में कहा कि शहर की लगातार खराब होती वायु गुणवत्ता अब सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए “गंभीर खतरा” बन गई है। समिति ने आरोप लगाया कि प्रदूषण के मूल कारणों पर काम करने में सरकारें विफल रही हैं।
समूह ने अपने बयान में यह भी कहा कि मौजूदा विकास मॉडल—जैसे खनन परियोजनाएं, जंगलों की कटाई, और संवेदनशील क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विस्तार—ने न केवल प्रदूषण बढ़ाया है, बल्कि लोगों के विस्थापन और देशभर में बढ़ती चरम मौसम घटनाओं में भी योगदान दिया है।
समिति ने यह भी आरोप लगाया कि जब लोग इन मुद्दों पर सवाल उठाते हैं, तो सरकार उनका दमन करती है। कार्यकर्ताओं को हिरासत, प्रतिबंधों और आवाज़ दबाने के प्रयासों का सामना करना पड़ता है।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने सोमवार को अपने कर्मचारियों और निजी कार्यालयों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है कि वे 50 प्रतिशत ऑन-साइट स्टाफ के साथ काम करें और बाकी लोग घर से काम करें।
AIR की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के निर्देशों के बाद उठाया गया है और इसका उद्देश्य राजधानी में वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करने के साथ-साथ एक्सपोजर को घटाना है।
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द वायर की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस का कहना है कि जब प्रदर्शनकारियों ने हटने से इनकार किया, तो 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर मिर्ची स्प्रे का भी इस्तेमाल किया।
एक अधिकारी ने बताया, “दिल्ली पुलिस ने दो थानों में एफआईआर दर्ज की है और अब तक 22 लोगों को हिरासत में लिया गया है।” उन्होंने कहा, “कर्तव्य पथ थाने में छह पुरुष प्रदर्शनकारियों को बीएनएस की धाराओं 74, 79, 115(2), 132, 221, 223 और 61(2) के तहत गिरफ्तार किया गया है।”
अधिकारी ने आगे बताया, “दूसरी एफआईआर संसद मार्ग थाने में दर्ज की गई है, जिसके तहत बाकी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ बीएनएस की धाराएं 223A, 132, 221, 121A, 126(2) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।”
दिल्ली के बढ़ते वायु प्रदूषण के विरोध में प्रदर्शन
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के खिलाफ कुछ लोग इंडिया गेट पर इकट्ठा हुए। अधिकारियों के मुताबिक, जब पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की, तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने कथित रूप से पुलिसकर्मियों पर मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारी सी-हेक्सागन के पास जमा हुए थे और उन्हें यह सूचित किया गया था कि उनके प्रदर्शन के कारण एम्बुलेंसों और मेडिकल टीमों के रास्ते में बाधा पैदा हो रही थी।
नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला ने बताया कि यह पहली बार है जब किसी प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों पर मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया गया।
उन्होंने कहा, “हमने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की कि आपातकालीन वाहन वहीं फंसे हुए हैं और उन्हें रास्ते की जरूरत है, लेकिन वे हटने को तैयार नहीं थे। इसके बाद स्थिति हाथापाई तक पहुंच गई और कुछ लोगों ने हमारे पुलिसकर्मियों पर मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया।”
अधिकारी के अनुसार, “तीन से चार पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं और उनका इलाज चल रहा है।”
द दिल्ली कोऑर्डिनेशन कमेटी फॉर क्लीन एयर ने अपने बयान में कहा कि शहर की लगातार खराब होती वायु गुणवत्ता अब सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए “गंभीर खतरा” बन गई है। समिति ने आरोप लगाया कि प्रदूषण के मूल कारणों पर काम करने में सरकारें विफल रही हैं।
समूह ने अपने बयान में यह भी कहा कि मौजूदा विकास मॉडल—जैसे खनन परियोजनाएं, जंगलों की कटाई, और संवेदनशील क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विस्तार—ने न केवल प्रदूषण बढ़ाया है, बल्कि लोगों के विस्थापन और देशभर में बढ़ती चरम मौसम घटनाओं में भी योगदान दिया है।
समिति ने यह भी आरोप लगाया कि जब लोग इन मुद्दों पर सवाल उठाते हैं, तो सरकार उनका दमन करती है। कार्यकर्ताओं को हिरासत, प्रतिबंधों और आवाज़ दबाने के प्रयासों का सामना करना पड़ता है।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने सोमवार को अपने कर्मचारियों और निजी कार्यालयों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है कि वे 50 प्रतिशत ऑन-साइट स्टाफ के साथ काम करें और बाकी लोग घर से काम करें।
AIR की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के निर्देशों के बाद उठाया गया है और इसका उद्देश्य राजधानी में वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करने के साथ-साथ एक्सपोजर को घटाना है।
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