गुजरात में जंगलराजः घर से खींचकर दलित की चाकू से गोद कर हत्या, दो अन्य बुरी तरह घायल

Written by Sabrangindia Staff | Published on: June 15, 2019
भाजपा शासित राज्यों में दलितों के खिलाफ हिंसा और आपराधिक मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला गुजरात के सुरेंद्र नगर का है। यहां एक दलित युवक प्रकाश कांतिभाई की 12 जून की रात चाकू मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक तीन लोगों ने प्रकाश के घर पर जाकर हमला किया। प्रकाश की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस हमले दो अन्य लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। 



बीबीसी हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक थानगढ़ पुलिस स्टेशन में एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। प्रकाश थानगढ़ में सिरैमिक कारखाने में मज़दूरी करते थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। प्रकाश की मौत के बाद दलित समुदाय ने पुलिस स्टेशन के सामने धरना प्रदर्शन किया और शव लेने से इनकार कर दिया था।

रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार देर रात को थानगढ़ के मफ़तियापरा इलाके में ये घटना हुई, जिसमें प्रकाश को गंभीर चोट आई थी और उसे इलाज के लिए राजकोट ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान ही मौत हो गई। प्रकाश के चाचा बाबूभाई परमार ने बीबीसी गुजराती से बातचीत में कहा कि 'प्रकाश और उनका परिवार अपने घर में बैठा था तभी वे लोग घर के बाहर आए और उन्होंने अपशब्द बोलना शुरू कर दिया।

बाबूभाई परमार ने कहा कि वे (हमलावर) लोग मुझे मारने के लिए आए थे, उन्होंने हमारी जाति को लेकर भला बुरा कहा। फिर वो मेरे भतीजे के बारे में पूछने लगे। इसकी वजह से लड़के डर गए और घर के अंदर चले गए। उन्होंने कहा कि तीन लोग मारने के लिए आए थे। उन्होंने हमें घर से खींच कर बाहर निकाला और चिल्लाने लगे कि बाबू परमार का घर बताओ। उनके हाथों में हथियार थे, जिनको देखकर लोग और डर गए और कहा कि उन्हें कुछ नहीं पता। इसके बाद उन्होंने प्रकाश को मार डाला।

बाबूभाई ने कहा कि मैं आम तौर पर उनके घर (प्रकाश के) पर जाकर बैठता हूं। लेकिन उस दिन मैं बाहर से आया था और थका था इसलिए वहां नहीं जा पाया।

रिपोर्ट के मुताबिक बाबूभाई परमार ने बताया कि मृतक प्रकाश के छोटे भाई के साथ आरोपियों का एक साल पहले झगड़ा हुआ था। उस वक्त भी आरोपियों ने जाति आधारित अपमान किया था और बात हाथापाई तक चली गई थी. उस दौरान इन लोगों पर एससी एसटी एक्ट का मामला दर्ज किया गया था।

मामले की जांच कर रहे पुलिस अधीक्षक डीवी बासिया ने कहा कि 12 जून की रात को क़रीब 9-10 बजे के आस पास ये घटना हुई।

इस घटना में काठी दरबार जाति के तीन लोगों पर दलित उत्पीड़न और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इस हमले में प्रकाश कांजीभाई की मौत हो गई जबकि सुरेश देवजीभाई को चोटें आई हैं। इस मामले आरोपी नरेश दीनूभाई और देवराज दीलूभाई पर दलित उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है।

बाकी ख़बरें