कोरबा का एक गांव बन गया खदान

Written by Mahendra Narayan Singh Yadav | Published on: October 25, 2018
छत्तीसगढ़ में जमीन से कोयला निकालने के लालच में एक पूरे गांव को ही खदान बना दिया गया और पूरा गांव का गांव हटा दिया गया।

Korba

विधानसभा चुनाव वाले इस राज्य में ये तथ्य भी सामने आया है कि कोरबा के बहनपाठ गांव से सारे लोगों को हटा दिया गया और अब उनके नाम मतदाता सूची से भी गायब करके उन्हें पूरी तरह से अस्तित्वहीन कर दिया गया है।

बहनपाठ गांव कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में आता है। जब ये बात सामने आई कि इस गांव की जमीन में कोयला है तो प्रशासन ने गांव खाली करा लिया। पूरे गांव में मुश्किल से 8 से 10 परिवार ही रह गए हैं। जिसको जहां जगह मिली वहां चला गया या शहरों में जाकर मजदूरी करने लगे। एसईसीएल ने किसी
को भी गांव में नहीं रहने दिया और पूरा गांव खदान बना दिया गया।

इस गांव के लोगों ने या तो आस-पास अपना घर बना लिए हैं या किसी रिश्तेदार के यहां रहने लगे हैं। अब इनके नाम मतदाता सूची से भी हटा दिए गए हैं, इसलिए अब किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए भी ये महत्वहीन हो गए हैं।

पत्रिका में प्रकाशित राजकुमार शाह की रिपोर्ट के अनुसार एसईसीएल ने पूरे गांव को बिना पुनर्वास किए जमीन से बेदखल कर दिया है और ये लोग मूल निवासी होते हुए भई बेघर और शरणार्थी बना दिए गए हैं।

मतदाता सूची से इस गांव के लोगों के नाम हटा दिए जाने का कारण ये है कि ये लोग दिए गए पते पर नहीं रहते और जो इनका पता था, वहां से इनको एसईसीएल ने हटा दिया है।

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