छत्तीसगढ़: स्कूल ड्रेस के इंतजार में धमतरी के बच्चे

Written by Mahendra Narayan Singh Yadav | Published on: July 7, 2018
छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों को ड्रेस शासन की ओर से मुफ्त देने की योजना होने के बावजूद बच्चों के माता-पिता को अक्सर ड्रेस बाजार से खरीदनी पड़ जाती है। सरकार की ओर से स्कूल ड्रेस आती तो हैं, लेकिन इसमें इतनी देर हो जाती है कि अभिभावक असमंजस में पड़ जाते हैं कि ड्रेस आएगी भी या नहीं। ऐसे में कई अभिभावक बाजार से ही ड्रेस खरीदने पर मजबूर हो जाते हैं।

School Dress

इस समय भी स्कूल खुले करीब एक पखवाड़ा से ज्यादा हो चुका है, लेकिन धमतरी जिले में करीब 80 हजार छात्र सरकार की ओर से मिलने वाली मुफ्त ड्रेस का इंतजार ही कर रहे हैं। जिले के तीन ब्लॉक अभी तक स्कूली ड्रेस से वंचित हैं।

धमतरी जिले के 4 ब्लॉकों में से केवल धमतरी ब्लॉक में स्कूली ड्रेस का वितरण शुरू हुआ है, लेकिन उसमें भी केवल 5 हजार बच्चों को ड्रेस मिली है और बाकी बच्चे अभी इंतजार ही कर रहे हैं। कुरूद, नगरी और मगरलोड ब्लॉक अभी तक ड्रेस से वंचित हैं।

कुरूद ब्लॉक में स्कूल शिक्षा विभाग के 7638 और सर्व शिक्षा के तहत 20518 बच्चों को मुफ्त ड्रेस मिलनी है। इसी तरह से मगरलोड में 17843 बच्चों को और नगरी में 19372 बच्चों को ड्रेस मिलनी बाकी है।

ये कोई इसी साल की समस्या नहीं है, बल्कि हर साल ऐसा ही होता है। इस शिक्षा सत्र में धमतरी जिले में ही 85 हजार 81 बच्चों को स्कूली ड्रेस दिया जाना है, लेकिन इस काम में लगातार देरी हो रही है।

पिछले सालों में भी इसी तरह की देरी होती रही है। पिछले साल तो स्वतंत्रता दिवस के समारोहों में भी बच्चे कई जगह बिना स्कूली ड्रेस के ही शामिल हुए थे।

नईदुनिया की खबर के मुताबिक, शिक्षा विभाग का कहना है कि स्कूलों में मुफ्त वितरण के लिए छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर से ड्रेसें आई ही नहीं हैं, जिस कारण स्कूलों में इनका वितरण भी नहीं हो पाया है।

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