पुलिस हिरासत में पिता-पुत्र को दी गई थीं क्रूर यातना, सीबीआई चार्जशीट में पुष्टि

Written by sabrang india | Published on: October 28, 2020
तमिलनाडु के थूथूकुड़ी में पुलिस हिरासत में हुई पिता-पुत्र जयराज और बेनिक्स की मौत को लेकर सीबीआई चार्जशीट में यह पुष्टि की गई है कि दोनों को हिरासत में क्रूर यातना दी गई थीं। दोनों को 19 जून 2020 को कोविड-19 लॉकडाउन नियम तोड़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया। इसके बाद बेनिक्स 22 जून और जयराज की 23 जून को एक सरकारी अस्पताल में मौत हो गई थी। तब इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर पुलिस और सरकार की खूब आलोचना हुई थी। 



न्यूज 18 की रिपोर्ट की मुताबिक सीबीई की चार्जशीट में बताया गया है कि 'सीएफएसएल नई दिल्ली के पक्ष से यह पता चला है कि साथनकुलम पुलिस स्टेशन से जब्त की गईं चीजें यानी लाठी से मिले खून और एफएसएल को थाने की दीवारों पर मिले खून के नमूने एक ही हैं। इससे यह साफ होता है कि मृतक बेनिक्स और जयराज को आरोपी पुलिस अधिकारियों ने 19 जून की शाम और रात को साथनकुलम पुलिस स्टेशन में यातनाएं दी थीं।'

सीबीआई चार्जशीट के मुताबिक, साथनकुलम पुलिस स्टेशन में मृतक बेनिक्स (31 वर्षीय) और जयराज (59 वर्षीय) पर यातनाओं का दौर कई घंटे तक चला। आरोपी इंस्पेक्टर एस श्रीधर आरोपी पुलिस अधिकारियों को जयराज और बेनिक्स को लगातार पीटने के लिए उकसा रहे थे।

सीबीआई की चार्जशीट में आगे कहा गया है, 'पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह पता चला है कि पुलिस अधिकारियों ने जयराज और बेनिक्स को यातनाएं दी है. पिता-पुत्र को यह जानते हुए ऐसी कई चोटें दी गईं, जिससे उनकी मौत हो सकती थी।'

19 जून को लॉकडाउन नियमों को तोड़ने के कारण पकड़ा गया था। जिसके एक दिन बाद अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। दोनों पिता-पुत्र को कोविलपट्टी शहर की जेल से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद 22 जून को बेनिक्स और 23 जून को जयराज ने दम तोड़ दिया था।


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