अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा अलवर कांड के विरोध में मार्च निकालने पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन, उपाध्यक्ष नदीम अंसारी, कुंवर मोहम्मद हसन, अहमद शाह फरहान जुबैरी सहित 70 से ज्यादा अन्य छात्रों के खिलाफ धारा 188 के तहत केस दर्ज किया है।

पुलिस द्वारा केस दर्ज किए जाने पर छात्रसंघ के अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि ये लोकतंत्र में सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की मिली आजादी पर प्रहार है। फैजुल ने बताया कि प्रदर्शन की अनुमति प्रशासन से ली गई थी। फैजुल ने छात्रसंघ के लेटर हेड पर लिखा एक पत्र भी जारी किया है लेकिन फिर भी प्रशासन अनुमति नहीं मिलने की बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कर हमारी लोकतांत्रिक आजादी पर प्रहार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि अलवर में गौरक्षकों द्वारा किसान पहलू खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। पहलू खान के लिए एएमयू के छात्रों ने इंसाफ मार्च निकाला था। इन छात्रों ने यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी से शमशाद मार्केट तक मार्च निकाला था। छात्रों ने पहलू खान के हत्यारों के खिलाफ फांसी की सजा की मांग की थी।
आपको बता दें कि दूध के लिए अलवर से गाय खरीदकर मेवात ले जा रहे पहलू खान को कथित गौरक्षकों ने बुरी तरह पीटा था। इनकी पिटाई के बाद पहलू खान की मौत हो गई थी। यह मामला राज्यसभा में भी गर्माया। भाजपा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने तो इस तरह की घटना से ही इंकार कर दिया बाद में उनकी खिंचाई हुई। हालांकि पहलू खान पर हमला करने वाले कथित गौरक्षकों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
संपादन- भवेंद्र प्रकाश
Courtesy: National Dastak

पुलिस द्वारा केस दर्ज किए जाने पर छात्रसंघ के अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि ये लोकतंत्र में सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की मिली आजादी पर प्रहार है। फैजुल ने बताया कि प्रदर्शन की अनुमति प्रशासन से ली गई थी। फैजुल ने छात्रसंघ के लेटर हेड पर लिखा एक पत्र भी जारी किया है लेकिन फिर भी प्रशासन अनुमति नहीं मिलने की बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कर हमारी लोकतांत्रिक आजादी पर प्रहार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि अलवर में गौरक्षकों द्वारा किसान पहलू खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। पहलू खान के लिए एएमयू के छात्रों ने इंसाफ मार्च निकाला था। इन छात्रों ने यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी से शमशाद मार्केट तक मार्च निकाला था। छात्रों ने पहलू खान के हत्यारों के खिलाफ फांसी की सजा की मांग की थी।
आपको बता दें कि दूध के लिए अलवर से गाय खरीदकर मेवात ले जा रहे पहलू खान को कथित गौरक्षकों ने बुरी तरह पीटा था। इनकी पिटाई के बाद पहलू खान की मौत हो गई थी। यह मामला राज्यसभा में भी गर्माया। भाजपा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने तो इस तरह की घटना से ही इंकार कर दिया बाद में उनकी खिंचाई हुई। हालांकि पहलू खान पर हमला करने वाले कथित गौरक्षकों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
संपादन- भवेंद्र प्रकाश
Courtesy: National Dastak