भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा वापस लेना सही फैसला था। हालांकि अब देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने की जरूरत है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा एवं राष्ट्र-निर्माण दोनों के लिहाज से अहम है।
राज्यसभा सदस्य ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के कार्यकाल में अपनाई गईं "गलत नीतियां" अर्थव्यवस्था में सुस्ती के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने ब्याज दर बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि जेटली के कार्यकाल के दौरान अपनाई गईं गलत नीतियां- जैसे अधिक कर लगाना- अर्थव्यवस्था में सुस्ती का एक कारण है। ये नीतियां अभी भी लागू हैं। रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का नीतिगत दरें बढ़ाना भी सुस्ती के कारणों में से एक है।"
अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को समाप्त करने के फैसले और अर्थव्यवस्था पर स्वामी ने कहा, "अर्थव्यवस्था को ठीक करने की जरूरत है। आर्थिक मोर्चे पर मेरी सलाह नहीं मांगी गई थी। अनुच्छेद 370 पर मेरी सलाह मांगी गई थी और यह काम ठीक ढंग से हुआ।"
उन्होंने कहा, "अर्थव्यवस्था को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। वास्तव में, राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्र-निर्माण के लिए यह महत्वपूर्ण है।"
जेटली मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री थे। खराब स्वास्थ्य की वजह से वह इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए थे। 66 वर्षीय जेटली फिलहाल एम्स में इलाज के लिए भर्ती हैं।
राज्यसभा सदस्य ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के कार्यकाल में अपनाई गईं "गलत नीतियां" अर्थव्यवस्था में सुस्ती के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने ब्याज दर बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि जेटली के कार्यकाल के दौरान अपनाई गईं गलत नीतियां- जैसे अधिक कर लगाना- अर्थव्यवस्था में सुस्ती का एक कारण है। ये नीतियां अभी भी लागू हैं। रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का नीतिगत दरें बढ़ाना भी सुस्ती के कारणों में से एक है।"
अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को समाप्त करने के फैसले और अर्थव्यवस्था पर स्वामी ने कहा, "अर्थव्यवस्था को ठीक करने की जरूरत है। आर्थिक मोर्चे पर मेरी सलाह नहीं मांगी गई थी। अनुच्छेद 370 पर मेरी सलाह मांगी गई थी और यह काम ठीक ढंग से हुआ।"
उन्होंने कहा, "अर्थव्यवस्था को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। वास्तव में, राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्र-निर्माण के लिए यह महत्वपूर्ण है।"
जेटली मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री थे। खराब स्वास्थ्य की वजह से वह इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए थे। 66 वर्षीय जेटली फिलहाल एम्स में इलाज के लिए भर्ती हैं।