मुजफ़्फ़रनगर : तीन तलाक़ को लेकर मुस्लिम महिलाओं का समर्थन जुटाने की कोशिश में लगी भाजपा को मुज़फ़्फ़रनगर में क़रारा झटका लगा है.
यहां मकान और कम्बल देने का लालच देकर क़रीब 40 औरतों को इकट्ठा किया था, लेकिन जैसे ही इनको यह पता चला कि उनको तीन तलाक़ बिल के समर्थन में दिखाकर भाजपा लाभ ले रही है तो इन औरतों ने कम्बल वापस कर दिए और भाजपा के झंडे फेंक दिए.
यही नहीं, इनको बहकाकर लाने वाले भाजपा नेता समर गज़नी और उसकी पत्नी रूबी को जान बचाकर भागना पड़ा.
यह प्रोग्राम रविवार को मुज़फ़्फ़रनगर के टाउन हॉल में आयोजित किया गया था, इसमें भाजपा सांसद संजीव बालियान को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया गया था.
जानकारी के मुताबिक़ रविवार की सुबह भाजपा से जुड़े समर गज़नी अपनी पत्नी रूबी के साथ क़िदवई नगर मोहल्ले में पहुंचे और मुस्लिम महिलाओं से टाउन हॉल में पहुंचने के लिए कहा.
स्थानीय निवासी समीना के मुताबिक़, समर ने बताया कि वहां मोदी जी के ‘सबका साथ सबका विकास’ योजना के तहत प्रोग्राम है और वहां आपको कम्बल भी मिलेगा.
समीना कहती हैं, इसके बाद यहां से 30-35 औरते वहां चली गई. वहां हमको भाजपा का झण्डा पकड़ने के लिए कहा गया. कुछ औरतों ने नहीं पकड़ा तो समर ने कहा कि कुछ देर की ही बात है. इसके बाद आपको कम्बल मिलेगा और मकान के लिए आपका नाम लिख लिया जाएगा.
यहां सभी औरते बुर्के में थी और बहुत सारी मीडिया भी आ गई. मगर तब तक प्रोग्राम शुरू नहीं हुआ था. इसके बाद समाजवादी पार्टी के कुछ नेतागण शौकत अंसारी और साजिद हसन और इनके साथ मौलाना भी थे, आ गए.
फ़रीदा ने बताती हैं कि, इन्होंने हमें पूछा कि क्या आप औरतें यहां तीन तलाक़ बिल पर केंद्र सरकार का समर्थन देने के लिए आई हैं तो हमने मना कर दिया. तब उन्होंने बताया कि यह प्रोग्राम इसीलिए किया जा रहा है. जब इसके बाद हम औरतों ने समर गज़नी से पूछताछ की तो उसने गोलमोल जवाब दिया. मतलब साफ़ था कि हमें झूठ बोलकर हमें गुमराह किया जा रहा था, ताकि इसका फ़ायदा भाजपा उठा सके.
इसके बाद यहां भारी हंगामा हुआ. महिलाओं ने भाजपा के झंडे फेंक दिए और भाजपा नेता समर से उलझ गई.
गौरतलब है कि भाजपा सरकार तीन तलाक़ मुद्दे पर बेचैन है और इसके लिए जनसमर्थन जुटाने की क़वायद मे जुटी है. अक्सर भाजपा पर हिन्दू महिलाओं पर बुर्क़ा पहनाकर मुस्लिम दिखाने का आरोप लगता रहा है, मगर इस बार महिलाएं तो मुसलमान ही थी, मगर उन्हें गुमराह कर लाया गया था.
यहां मकान और कम्बल देने का लालच देकर क़रीब 40 औरतों को इकट्ठा किया था, लेकिन जैसे ही इनको यह पता चला कि उनको तीन तलाक़ बिल के समर्थन में दिखाकर भाजपा लाभ ले रही है तो इन औरतों ने कम्बल वापस कर दिए और भाजपा के झंडे फेंक दिए.
यही नहीं, इनको बहकाकर लाने वाले भाजपा नेता समर गज़नी और उसकी पत्नी रूबी को जान बचाकर भागना पड़ा.
यह प्रोग्राम रविवार को मुज़फ़्फ़रनगर के टाउन हॉल में आयोजित किया गया था, इसमें भाजपा सांसद संजीव बालियान को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया गया था.
जानकारी के मुताबिक़ रविवार की सुबह भाजपा से जुड़े समर गज़नी अपनी पत्नी रूबी के साथ क़िदवई नगर मोहल्ले में पहुंचे और मुस्लिम महिलाओं से टाउन हॉल में पहुंचने के लिए कहा.
स्थानीय निवासी समीना के मुताबिक़, समर ने बताया कि वहां मोदी जी के ‘सबका साथ सबका विकास’ योजना के तहत प्रोग्राम है और वहां आपको कम्बल भी मिलेगा.
समीना कहती हैं, इसके बाद यहां से 30-35 औरते वहां चली गई. वहां हमको भाजपा का झण्डा पकड़ने के लिए कहा गया. कुछ औरतों ने नहीं पकड़ा तो समर ने कहा कि कुछ देर की ही बात है. इसके बाद आपको कम्बल मिलेगा और मकान के लिए आपका नाम लिख लिया जाएगा.
यहां सभी औरते बुर्के में थी और बहुत सारी मीडिया भी आ गई. मगर तब तक प्रोग्राम शुरू नहीं हुआ था. इसके बाद समाजवादी पार्टी के कुछ नेतागण शौकत अंसारी और साजिद हसन और इनके साथ मौलाना भी थे, आ गए.
फ़रीदा ने बताती हैं कि, इन्होंने हमें पूछा कि क्या आप औरतें यहां तीन तलाक़ बिल पर केंद्र सरकार का समर्थन देने के लिए आई हैं तो हमने मना कर दिया. तब उन्होंने बताया कि यह प्रोग्राम इसीलिए किया जा रहा है. जब इसके बाद हम औरतों ने समर गज़नी से पूछताछ की तो उसने गोलमोल जवाब दिया. मतलब साफ़ था कि हमें झूठ बोलकर हमें गुमराह किया जा रहा था, ताकि इसका फ़ायदा भाजपा उठा सके.
इसके बाद यहां भारी हंगामा हुआ. महिलाओं ने भाजपा के झंडे फेंक दिए और भाजपा नेता समर से उलझ गई.
गौरतलब है कि भाजपा सरकार तीन तलाक़ मुद्दे पर बेचैन है और इसके लिए जनसमर्थन जुटाने की क़वायद मे जुटी है. अक्सर भाजपा पर हिन्दू महिलाओं पर बुर्क़ा पहनाकर मुस्लिम दिखाने का आरोप लगता रहा है, मगर इस बार महिलाएं तो मुसलमान ही थी, मगर उन्हें गुमराह कर लाया गया था.